जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली सजकर तैयार हो चुका है. ऐसे में सजावट के बाद दिल्ली की खूबसूरती में चार चांद लगने वाले है. दिल्ली की यह तस्वीरें आपके भी मन मोह लेंगे. हलनकीं आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान चिकित्सा से जुड़ी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए 130 एम्बुलेंस और 80 डॉक्टरों के दल को तैनात किया गया है. राजनिवास के अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली के उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना ने शीर्ष अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कहा कि 9-10 सितंबर को होने वाले शिखर सम्मेलन की तैयारियों के लिहाज से अगले सात दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं.
बैठक में अधिकारियों ने उपराज्यपाल को आश्वस्त किया कि आतंकवाद, परमाणु, जैविक और रासायनिक हमले जैसे किसी भी प्रकार के खतरे से निपटने के लिए सुरक्षा का पुख्ता ब्लूप्रिंट तैयार किया गया है. अधिकारियों ने बताया कि सामान्य कानून-व्यवस्था और अन्य स्थितियों से निपटने के लिए भी पूरी तैयारी है. उपराज्यपाल को सूचित किया गया कि पालम तकनीकी क्षेत्र, होटलों और शिखर सम्मेलन स्थल से शुरू होने वाली विभिन्न सड़कों और मार्गों पर सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी देशों के झंडे और जी-20 का लोगो लगाने के लिए काम शुरू हो चुका है.
इस काम के लिए अठारह स्थानों की पहचान की गई है और इसमें और दो जगह जोड़े जाने की संभावना है. 43 जगह झंडे लगाए जाने हैं. उन्होंने बताया कि कुल 66 दमकल गाड़ियों को सम्मेलन स्थल प्रगति मैदान और तय होटलों के पास तैयार रखा जाएगा.
अगले सप्ताह तक सड़कों और मार्गों पर सभी साइन बोर्ड लग जाएंगे. पुलिस ने सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी शुरू कर दी है. बैठक में अधिकारियों ने उपराज्यपाल को बताया कि सड़कों पर घूमने वाले छुट्टा पशुओं और कुत्तों से भी उचित तरीके से निपटा जाएगा और पुलिस तथा स्थानीय निकाय इस काम को कर रहे हैं.
चिकित्सा संबंधी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सरकारी अस्पतालों को पूरी तरह तैयार रखा गया है. प्रत्येक अस्पताल में प्रशिक्षित मेडिकल कर्मियों के तीन दलों के साथ डॉक्टरों के कुल 80 दल हैं. आयोजन के लिए कुल 70 उन्नत और उपकरणों से युक्त 60 एम्बुलेंस तैनात की जाएंगी. अग्निशमन विभाग को निर्देश दिया गया है कि दमकल गाड़ियों को निर्धारित होटलों में ही खड़ा किया जाए. उपराज्यपाल ने निर्देश दिया कि होटलों में अग्नि सुरक्षा का ऑडिट प्राथमिकता के आधार पर किया जाए.
अगले महीने के जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों और अन्य आगंतुकों की मदद के लिए प्रमुख पर्यटन केंद्रों, हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशन और आईएसबीटी पर विशेष रूप से सुसंस्कृत व्यवहार में प्रशिक्षित लगभग 400 पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा. उपराज्यपाल कार्यालय के अधिकारियों ने कहा कि ‘पर्यटक पुलिस’ लिखे बहुउद्देशीय वाहनों में चलने वाले इन कर्मियों को स्मारकों, लोकप्रिय बाजारों, हवाई अड्डा टर्मिनल, अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) और रेलवे स्टेशन जैसे 21 स्थानों पर तैनात किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक टीम में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस का एक कमांडो, एक गनमैन और एक चालक के साथ प्रभारी के रूप में परिवीक्षाधीन उप-निरीक्षक होंगे. उन्होंने बताया कि प्रत्येक पर्यटक पुलिस इकाई के सदस्य को दिल्ली पर्यटन और अन्य एजेंसियों के सहयोग से एक प्रशिक्षण कार्यक्रम से गुजरना पड़ा है, जिस दौरान उन्हें सुसंस्कृत व्यवहार में प्रशिक्षित किया गया. उन्होंने बताया कि साथ ही इन कर्मियों को अंग्रेजी बोलने सहित प्रभावी संचार का प्रशिक्षण भी दिया गया है.
अधिकारियों के अनुसार, इन इकाइयों को पर्यटकों के लिए क्या करना है और क्या नहीं करना है, इसको लेकर पुस्तिकाएं, दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के भौतिक और डिजिटल मानचित्र, टैक्सी के नवीनतम किराया चार्ट, महत्वपूर्ण वाणिज्यिक एवं सांस्कृतिक स्थानों की सूची भी प्रदान की गई है. अधिकारियों ने कहा कि अप्रैल में, दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने जी20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों पर प्रारंभिक बैठकों में से एक बैठक में दिल्ली पुलिस को आयोजन के दौरान आगंतुकों, पर्यटकों और प्रतिनिधियों की सहायता के लिए विशेष रूप से नियुक्त एवं प्रशिक्षित कर्मियों को तैनात करने का निर्देश दिया था.
अधिकारियों ने कहा कि पर्यटकों की सहायता के लिए एक विशेष हेल्पलाइन शुरू की गई है. जिन प्रमुख स्थानों पर पर्यटक पुलिस दल तैनात किये जाएंगे उनमें नयी दिल्ली रेलवे स्टेशन के अजमेरी गेट एवं पहाड़गंज प्रवेशद्वार, हौजखास गांव, पालिका बाजार, लालकिला, जनपथ, कनॉट प्लेस, राजघाट, हुमायूं का मकबरा, जामा मस्जिद, अक्षरधाम, लोटस टेम्पल, कुतुब मीनार, इंडिया गेट और एयरोसिटी महिपालपुर एवं अन्य शामिल हैं.