नयी दिल्ली : कोरोना वायरस का प्रकोप रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के कारण इस साल की चैत्र नवरात्रि में कई घरों में लोग कन्या-पूजन नहीं कर पा रहे हैं. नवरात्रि के अष्टमीया नवमी के दिन लोग अपने घरों में नौ कन्याओं को साक्षात देवी दुर्गा मानकर पूजा अर्चना की जाती है.
लोगों ने कहा कि यह सब सामाजिक दूरी बनाए रखने और बच्चियों को खतरे से बचाने के लिए किया जा रहा है. इस आपात स्थिति में हजारों प्रवासी श्रमिक, दिहाड़ी मजदूर और बेघर लोगों को मदद की जरूरत है.
दिल्ली के यूनाइटेड एक्शन जॉइंट रेजिडेंट्स ने सभी आरडब्ल्यूए से आग्रह किया था कि वे लोगों को नवरात्रि के अवसर पर प्रधानमंत्री राहत कोष में पैसे दान करने के लिए कहें. दिल्ली में कोविड-19 से दो लोगों की मौत हो चुकी है और 152 लोग संक्रमित हैं.
दिल्ली सरकार ने 250 रैन बसेरों और 2,500 स्कूलों को जरूरतमंदों, प्रवासी श्रमिकों और बेघर लोगों के लिए खोल दिया है और लोगों से उनके भाजन की व्यवस्था करने के लिए कहा है. दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तहत आने वाले सभी गुरुद्वारे गरीब लोगों और झुग्गियों में रहने वाले लोगों के लिए लंगर चलाने के साथ मुफ्त सूखा राशन दे रहे हैं
सीएम केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में कोरोना अभी तक नियंत्रण में है.इसे रोकने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि 29 केस विदेश से आए थे. मरकज से 2346 को निकाला गया था. समाचार एजेंसी एएनआइ के मुताबिक केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में अब तक कोरोना के 219 मामले सामने आ चुके हैं.