गुजरात के नर्मदा जिले में शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) द्वारा निकाले गए एक धार्मिक जुलूस पर उपद्रवियों द्वारा किए गए पथराव में दो पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 12 व्यक्ति घायल हो गए. यह जानकारी पुलिस ने दी. पुलिस अधीक्षक (एसपी) प्रशांत सुंबे ने कहा कि सुबह सेलाम्बा गांव में एक धार्मिक स्थल के पास विहिप की ‘शौर्य जागरण यात्रा’ पर पथराव किया गया, जिसके बाद कुछ लोगों ने दो दुकानों में आग लगा दी. उन्होंने कहा कि जब यात्रा एक धार्मिक स्थल से गुजरी, तो कुछ उपद्रवियों ने जुलूस पर पथराव किया. कुछ पुलिसकर्मियों सहित लगभग 10 से 15 लोग घायल हो गए.
एसपी ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने तुरंत स्थिति पर काबू पाया. सुंबे ने कहा कि हमने दोनों तरफ की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के सात से आठ गोले दागे. उन्होंने बताया कि पथराव के बाद कुछ लोगों ने गांव में दो दुकानों में आग लगा दी. सुंबे ने कहा कि हम दोषियों की पहचान कर रहे हैं. हम घटना के वीडियो भी खंगाल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हिंसा में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. घटना के कुछ वीडियो में गुस्साई भीड़ जुलूस पर पथराव करती दिख रही है और पुलिसकर्मी उन्हें रोकने की कोशिश करते दिख रहे हैं.
मंजूसर गांव में भी पथराव की सूचना
पुलिस ने बताया कि वडोदरा जिले के मंजूसर गांव में भी पथराव की सूचना मिली थी, जब गुरुवार शाम कुछ ग्रामीण गणेश प्रतिमाओं को एक तालाब में विसर्जित करने के लिए ले जा रहे थे. पुलिस उपाधीक्षक बी एच चावडा ने कहा कि जब तीन मूर्तियों को ले जा रहा ट्रैक्टर गरासिया मोहल्ले में पहुंचा, तो आसपास के घरों में रहने वाले लोगों ने अचानक पथराव शुरू कर दिया, जिससे तीन से चार लोग घायल हो गए. पुलिस मौके पर पहुंची, स्थिति को नियंत्रित किया और विसर्जन में मदद की. उन्होंने बताया कि एक ग्रामीण की शिकायत के आधार पर लगभग 30 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और उनमें से तीन से चार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है.
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ऐसी हिंसा ‘अस्वीकार्य’
गुजरात के पुलिस महानिदेशक विकास सहाय ने कहा कि ऐसी हिंसा ‘अस्वीकार्य’ है. सहाय ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं. पुलिस दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. स्थानीय पुलिस की त्वरित कार्रवाई के कारण वर्तमान समय में उन इलाकों में शांति है.