राहुल गांधी का लंदन में दिया गया बयान उनके लिए गले की हड्डी बनता जा रहा है. देश में इस बयान को लेकर कांग्रेस की भद्द तो पिट ही रही है. बीजेपी भी राहुल गांधी से मांगी मंगवाने पर अड़ी हुई है. इसी कड़ी में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी का एक बयान सामने आया है. केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा है कि राहुल गांधी को स्पष्ट रूप से माफी मांगनी चाहिए. पुरी ने कहा कि राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी की विचारधारा का मूल कायरता है, मुझे नहीं पता कि वह क्या कहने की कोशिश कर रहे हैं. भारत आज 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और जल्द ही हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था होंगे.
राहुल ने लोकतंत्र बुनियादी ढांचे पर हमला किया- हरदीप पुरी: केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए यह भी कहा कि अगर कोई व्यक्ति देश से बाहर जाता है तो उसे बोलने की आजादी है लेकिन इसके साथ ही वह आजादी भी आती है जिसे उत्तरदायित्व की आवश्यकता कहा जाता है. पुरी ने कहा कि हम दुनिया के सबसे पुराने लोकतंत्र हैं लेकिन मिस्टर गांधी ब्रिटेन गए और कहा कि भारतीय लोकतंत्र बुनियादी ढांचे पर हमले का सामना कर रहा है.
He (Rahul Gandhi) should apologise categorically, unequivocally. He also said the core of BJP ideology is cowardice. I don't know what he is trying to say. Today India is the 5th largest economy and soon we will be 4th largest economy: Union Minister Hardeep Singh Puri.
— ANI (@ANI) March 20, 2023
बीजेपी लगातार कर रही है राहुल पर हमला: राहुल गांधी के लंदन में लोकतंत्र पर दिए बयान को लेकर बीजेपी की ओर से लगातार हमला हो रहा है बीते दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी राहुल गांधी पर जोरदार हमला किया था. नड्डा ने कहा कि राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी ही होगी. राहुल गांधी के बयान को शर्मनाक बताते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें देश से माफी मांगनी चाहिए उनके बयान से पूरे देश में आक्रोश है. यहीं नहीं नड्डा ने कहा कि यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस पार्टी देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त है.
सदन की नहीं चल पा रही कार्यवाही: राहुल गांधी के बयान का बीजेपी सदन में भी विरोध कर रही है. लोकसभा और राज्य सभा की कार्यवाही बीते पांच दिनों से हंगामे की भेंट चढ़ रहा है. सदन शुरू होते ही हंगामा शुरू हो रहा है. बजट सत्र के दूसरे चरण में हंगामे के कारण न तो लोकसभा चल पा रहा है और न ही राज्यसभा. सदन शुरू होते ही हंगामे के कारण उसे स्थगित कर देना पड़ रहा है.