हाथरस : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने शनिवार को हाथरस में दलित समुदाय की उस महिला के परिवार से मुलाकात की जिसके साथ कथित सामूहिक बलात्कार किया गया था और करीब एक पखवाड़े के बाद उसकी जान चली गई थी. मुलाकात के दौरान दोनों ने पीड़िता के परिवार से बात की और हर मदद का आश्वासन दिया. इस दौरान पीड़िता की मां प्रियंका के गले लगकर खूब रोई. प्रियंका ने उन्हें ढाढस बंधाया और न्याय दिलाने की बात कही.
प्रियंका गांधी ने कहा कि परिवार की मांग सुप्रीम कोर्ट के जरिए न्यायिक जांच और जिला अधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार के निलंबन की है तथा सरकार को इस पर जवाब देना होगा. मुलाकात के बाद उन्होंने ट्वीट किया, ‘हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न: सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जांच हो, हाथरस डीएम को निलंबित किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए, हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया? हमें बार-बार गुमराह किया, धमकाया क्यों जा रहा है? हम इंसानियत के नाते चिता से फूल चुनकर लाए मगर हमें कैसे माने कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं?’
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा, ‘इन प्रश्नों के उत्तर पाना इस परिवार का हक है और उप्र सरकार को ये जवाब देना पड़ेगा.’ प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद राहुल, प्रियंका और कांग्रेस के कुछ अन्य नेता हाथरस पहुंचे. कांग्रेस की ओर से जारी वीडियो के मुताबिक, प्रियंका गांधी के पहुंचने पर पीड़िता की मां उनसे लिपटकर रोने लगी. प्रियंका इसमें उन्हें ढांढस बंधाती दिख रही हैं.
Also Read: Hathras case: ‘राहुल गांधी इंदिरा गांधी के पोते हैं और राजीव गांधी के बेटे हैं ये हमें भूलना नहीं चाहिए’, शिवसेना ने कही ये बातपरिवार से मिलने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘मैं हाथरस के पीड़ित परिवार से मिला और उनका दर्द समझा. मैंने उन्हें विश्वास दिलाया कि हम इस मुश्किल वक्त में उनके साथ खड़े हैं और उन्हें न्याय दिलाने में पूरी मदद करेंगे.’ उन्होंने कहा, ‘सरकार चाह कर भी मनमानी नहीं कर पाएगी क्योंकि अब इस देश की बेटी को इन्साफ दिलाने पूरा देश खड़ा है.’
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ परिवार से मिलने पहुंचे कांग्रेस महासचिव मुकुल वासनिक ने कहा, ‘इस परिवार पर एक के एक बाद अन्याय होता रहा है. बेटी का शव परिवार को नहीं दिया गया.’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘इसमें कोई राजनीति नहीं है. हम मानवता की भावना से यह सब कर रहे हैं. हम उनको सांत्वना देने आ रहे हैं.’
इससे पहले, डीएनडी पर कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के बड़ी संख्या में जमा होने के बाद प्रशासन ने राहुल गांधी समेत पांच लोगों को हाथरस जाने की अनुमति दी. हाथरस रवाना होने से कुछ देर पहले, राहुल ने कहा कि उन्हें इस दुखी परिवार से मिलने से दुनिया की कोई भी ताकत नहीं रोक सकती. उन्होंने ट्वीट किया, ‘दुनिया की कोई भी ताकत मुझे हाथरस के इस दुखी परिवार से मिलकर उनका दर्द बांटने से नहीं रोक सकती.’
Also Read: Hathras Gagrape case : हाथरस मामले की सीबीआई से जांच कराएगी यूपी सरकार, सीएम योगी ने दिए आदेशकांग्रेस नेता ने कहा, ‘इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ उप्र सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं. किसी भी हिन्दुस्तानी को यह स्वीकार नहीं करना चाहिए.’ इससे पहले, गुरुवार को पीड़िता के परिवार से मुलाकात के लिए राहुल और प्रियंका के उत्तर प्रदेश स्थित हाथरस जाते समय पुलिस ने दोनों नेताओं को रोक कर हिरासत में ले लिया था. वहीं, कांग्रेस ने दावा किया कि राहुल और प्रियंका को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
गौरतलब है कि 14 सितम्बर को हाथरस में चार युवकों ने 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया था। मंगलवार को सुबह दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता की मौत हो गई, जिसके बाद बुधवार को तड़के उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें रात में ही अंतिम संस्कार करने के लिए बाध्य किया. बहरहाल, स्थानीय पुलिस का कहना है कि ‘परिवार की इच्छा के मुताबिक’ अंतिम संस्कार किया गया.
Posted By: Amlesh Nandan.