नयी दिल्ली : हाथरस गैंगरेप मामले (Hathras gangrape case) में उत्तर प्रदेश पुलिस (UP Police) एक बार फिर संदेह के घेरे में आ गयी है. राष्ट्रीय महिला आयोग (NWC) ने हाथरस गैंगरेप की पीड़िता के ‘परिवार की गैरमौजूदगी में’ रात के समय अंतिम संस्कार किए जाने को लेकर प्रदेश की पुलिस से जवाब मांगा है. आयोग ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक हितेश अवस्थी को पत्र लिखकर कहा है कि पीड़िता का रात के समय अंतिम संस्कार किए जाने को लेकर स्पष्टीकरण दिया जाए.
महिला आयोग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, स्थानीय प्रशासन से भी कहा गया है कि वह इस विषय में जल्द से जल्द जवाब दे. आयोग का कहना है कि इस घटना के संदर्भ में उसने उत्तर प्रदेश पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी थी, जो उसे मिल गई है. पीड़ित परिवार ने बुधवार को आरोप लगाया था कि पुलिस ने पीड़िता का मंगलवार देर रात “जबरन” अंतिम संस्कार करा दिया.
गौरतलब है कि हाथरस गैंगरेप की शिकार 19 वर्षीय दलित लड़की की मंगलवार सुबह नयी दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई. हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव में 14 सितंबर को लड़की के साथ कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की वारदात हुई थी. पुलिस ने इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
उधर, हाथरस गैंगरेप मामले में पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट भी सामने आ गयी है. रिपोर्ट में पीड़िता की मौत की वजह गर्दन की हड्डी टूटने को बताया गया है. रिपोर्ट में गैंगरेप की कोई भी बात सामने नहीं आई है. सफदरगजंग अस्पताल के डॉक्टरों के एक पैनल ने पोस्टमार्टम किया है. इसी अस्पताल में पीड़िता का इलाज हो रहा था. रिपोर्ट में कहा गया है कि पीड़िता का गला बार-बार दबाया गया है, जिससे उसकी गले की हड्डी टूट गयी और उसकी मौत की वजह भी वही थी.
Posted By : Vishwat Sen