Himachal Political Crisis: राज्यसभा चुनाव के साथ हिमाचल प्रदेश में शुरू हुए सियासी बवाल ने प्रदेश सरकार को सकते में ला दिया है. बात हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी पर बन आई है. पहले राज्यसभा चुनाव में आधा दर्जन विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की. इसके बाद मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपना इस्तीफा दे दिया. इन घटनाओं ने प्रदेश की सियासी गलियारों में सरगर्मी तेज कर दी. मीडिया हलकों में सीएम सुक्खू के इस्तीफे की चर्चा भी तेज हो गई. हालांकि इन चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साफ कर दिया कि वो इस्तीफा नहीं देंगे. वहीं उन्होंने लगे हाथ बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार को गिराने की साजिश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा रची जा रही है, और वो नाकाम रही.
मैंने इस्तीफा नहीं दिया है : मुख्यमंत्री सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यानी बुधवार को कहा कि उन्होंने पद से इस्तीफा नहीं दिया है. मीडिया से बात करते हुए प्रदेश के सीएम सुक्खू ने कहा कि मैं एक योद्धा हूं. मैं एक साधारण परिवार से हूं. हम यह लड़ाई जीतेंगे और विधानसभा में बहुमत भी साबित करेंगे. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश में मंगलवार को राज्यसभा चुनाव के दौरान छह कांग्रेस विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में मतदान किया. सूत्रों का दावा है कि ये विधायक मुख्यमंत्री सुक्खू की कार्यशैली से निराश हैं. छह विधायकों के क्रॉस वोटिंग के बाद राज्य में कांग्रेस सरकार के अस्तित्व पर संकट आ गया है. सुक्खू ने कहा था कि हम उन कुछ विधायकों के संपर्क में हैं जिन्होंने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग की थी. मेरी सरकार अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी.
सत्य की हुई जीत- सीएम सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि लोकतंत्र में सत्य की जीत होती है और सत्य की जीत हुई है. उन्होंने कहा कि हमारे विधायकों ने आज बजट पारित किया. हम सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं. हमारी सरकार को गिराने की साजिश की गई है. नाकाम कर दिया गया और हमारी सरकार निश्चित रूप से पांच साल पूरे करेगी. सीएम सुक्खू ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा की वे हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रहे थे.
दूर कर लिया जाएगा गिला शिकवा- सीएम सुक्खू
हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि विधायकों में से एक जिन्होंने राज्यसभा चुनावों में भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया था उन्होंने माफी मांगी है, क्योंकि उन्होंने पार्टी को धोखा दिया है. सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य के लोग उन्हें जवाब देंगे. वहीं मंत्री विक्रमादित्य सिंह के इस्तीफे पर सीएम सुक्खू ने कहा कि मैंने विक्रमादित्य सिंह से बात की है और वह मेरे छोटे भाई हैं. उनका इस्तीफा स्वीकार करने का कोई कारण नहीं है. उनकी कुछ शिकायतें हैं जिन्हें दूर कर लिया जाएगा.