Himachal cloudbursts : हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. भारी बारिश के कारण अवरुद्ध हुए चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग के एक हिस्से पर यातायात बहाल हो चुका है. शुक्रवार रात हुई बारिश के कारण भूस्खलन हई जिससे मंडी और पंडोह के बीच का रूट अवरुद्ध हो गया था. सड़क के इस हिस्से से मलबा हटाकर इसे खोलने में 10 घंटे का वक्त लगा.
भूस्खलन होने के कारण सड़क पर पत्थर और मलबा बिखरा हुआ था, जिसके कारण प्रशासन ने हल्के वाहनों को कटौला और गोहर के रास्ते में मोड़ने को कहा. सड़क पर अभी भी बड़ी संख्या में गाड़ियां फंसी हुईं हैं. चंडीगढ़-मनाली राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा पंडोह और औट के बीच क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे यातायात एक ओर ही सीमित कर दिया गया था.
हिमाचल प्रदेश के तीन जिलों में बादल फटने से बाढ़ आ गई थी. इसके बाद लापता हुए 45 से अधिक लोगों का पता लगाने के लिए बचावकर्मियों ने ड्रोन तैनात किये हैं. गत बुधवार रात तीन जिलों- कुल्लू, मंडी और शिमला में बादल फटने से अचानक बाढ़ आई जिसके बाद मंडी के राजबन गांव से दो शव और कुल्लू के निरमंड से एक शव बरामद किया गया.
सीआईएसएफ के जवान बादल फटने से प्रभावित रामपुर के समेज में लोगों के घरों से उनकी संपत्ति को बचा रही है. इसका वीडियो सामने आया है.
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हिमाचल प्रदेश इमरजेंसी केंद्र के अनुसार, प्रदेश में शुक्रवार शाम भारी बारिश के बाद कुल 115 सड़कों पर आवागमन बाधित हो गया. मंडी में 46, कुल्लू में 38, शिमला में 15, कांगड़ा और सिरमौर में छह-छह, किन्नौर में तीन और लाहौल और स्पीति में एक सड़क अवरुद्ध हो गई है.