Amit Shah Reaches Port Blair: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस समय अंडमान एंड निकोबार दौरे पर हैं. कल देर रात अमित शाह पोर्ट ब्लेयर पहुंचे और उनका स्वागत वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर किया गया. बता दें अमित शाह दो दिनों के दौरे पर हैं और आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर आम जनसभा को भी संबोधित करने वाले हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह में तिरंगा फहराएंगे. अमित शाह अंडमान-निकोबार के दो दिवसीय दौरे पर कल देर रात यहां पहुंचे. अधिकारियों ने बताया कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 30 दिसंबर 1943 को यहां जिमखाना मैदान में राष्ट्रीय ध्वज फहराया था और शाह आज उसी स्थान पर झंडा फहराएंगे. इस मैदान का नाम अब ‘नेताजी स्टेडियम’ है. शाह इस दौरान विभिन्न विकास गतिविधियों का जायजा भी लेंगे.
अमित शाह के सेलुलर जेल का दौरा करने की भी संभावना है, जहां भारत की आजादी की लड़ाई के दौरान कई स्वतंत्रता सेनानियों को रखा गया था. अधिकारियों ने बताया कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के बाद वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की स्थानीय इाकई की कोर कमेटी के साथ बैठक करेंगे. केंद्रीय गृह मंत्री पिछली बार 2021 में पोर्ट ब्लेयर आए थे. अंडमान और निकोबार द्वीप समूह पर जापान का कब्जा था और इसे औपचारिक रूप से 29 दिसंबर 1943 को नेताजी की आज़ाद हिंद सरकार को सौंप दिया गया था.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और अंग्रेजों से लड़ने के उनके साहस को सलाम किया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार बोस की याद में 23 जनवरी को ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मना रही है. शाह ने ट्वीट किया- अपनी अद्वितीय नेतृत्व क्षमता से नेताजी ने लोगों को संगठित किया और ‘आजाद हिंद फौज’ बनाकर आजादी के लिए सशस्त्र आंदोलन किया. उनके साहस और संघर्ष को पूरा देश नमन करता है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगे लिखा- आज नेताजी की 126वीं जयंती पर उनका स्मरण कर देशवासियों को ‘पराक्रम दिवस’ की बधाई देता हूं. गृह मंत्री कल देर रात ‘पराक्रम दिवस’ के अवसर पर कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह पहुंचे. पोर्ट ब्लेयर में उनका राष्ट्रीय ध्वज फहराने का कार्यक्रम है और वह नेताजी स्टेडियम में एक संबोधन भी देंगे, जहां बोस ने 30 दिसंबर 1943 को तिरंगा फहराया था. इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से परमवीर चक्र पुरस्कार विजेताओं के नाम पर द्वीप समूह के 21 सबसे बड़े अनाम द्वीपों का नामकरण भी करेंगे. (भाषा इनपुट के साथ)