india chinja border dispute, India China Face off:भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में बॉर्डर पर 15-16 जून की दरम्यानी रात गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीन को भारी नुकसान पहुंचा है. झड़प में चीनी यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर भी मारा गया है. इसके अलावा 40 से ज्यादा चीनी जवानों की मारे जाने की भी खबर है. इसे भारत-चीन सीमा पर यह 1962 के बाद से सबसे सबसे बड़ा तनाव माना जा रहा है.
एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से यह खबर दी है. सूत्रों ने बताया है कि यह संख्या और भी ज्यादा हो सकती है. प्राप्त जानकारी के अनुसार एलएसी पर झड़प में चीन के 43 सैनिकों की या तो मौत हुई है या गंभीर रूप से घायल हैं.दूसरी तरफ भारत के 20 जवान इस चीन के धोखे की वजह से शहीद हुए हैं. एएनआई के मुताबिक, झड़प के बाद लद्दाख सीमा पर चीनी हेलिकॉप्टर लागातर गश्त कर रहे हैं. फिलहाल सीमा पर तनाव के बीच रक्षा मंत्री, तीनों सेना प्रमुखों के साथ अहम बैठक कर रहे हैं.
एएनआई ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि झड़प के बाद चीन की ओर बड़ी संख्या में एंबुलेंस देखे गए. कई हेलिकॉप्टर भी उड़े. झड़प वाली जगह गलवान घाटी में बड़ी संख्या में स्ट्रेचर देखे गए. सूत्रों को मुताबिक, वास्तव में चीन को कितना नुकसान पहुंचा है ये साफ नहीं है लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए अुनुमान लगाया जा सकता है कि 40 से ज्यादा जवान मारे गए हैं. न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि भारतीय पक्ष द्वारा सुने गए इंटरसेप्ट से पता चला है कि लद्दाख की गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में चीनी पक्ष की ओर से कम से कम 43 सैनिक मारे गए हैं या गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हालांकि चीन की तरफ से इस बार में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं हुआ है.
बता दें कि सेना ने अपने बयान में कहा है कि ”भारत और चीन के सैनिक 15-16 जून की रात झड़प वाले गलवान इलाके से पीछ हट चुके हैं. भारत के जवान जो कर्तव्य निभाने में घायल हुए थे, उनमें से 20 की मौत हो गई है. भारतीय सेना देश की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करने को प्रतिबद्ध है. भारतीय सेना ने कहा कि यह घटना गलवान घाटी में डी-एस्केलेशन प्रक्रिया के दौरान हुई है. सेना ने यह भी कहा कि दोनों पक्षों के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी वर्तमान में स्थिति को सही करने के लिए बैठक कर रहे हैं. कहा गया था कि दोनों देशो के बीच कोई गोलीबारी नहीं हुई. सभी मौतें फेंके गए पत्थरों से हुई हैं.
चीन का आरोप है कि भारतीय सैनिकों ने अवैध रूप से दो बार सीमा पार की और उत्तेजक हमले किए. चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि उसने भारत के सामने घटना को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया है. हालांकि, उसने यह नहीं बताया है कि झड़प में उसके कितने सैनिकों की मृत्यु हुई है. 15 जून की शाम और रात में लद्दाख में भारत और चीन के सैनिकों में हुई झड़प चीनी सैनिकों के एकतरफा प्रयास के कारण हुई. भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि चीन के सैनिकों की तरफ से यथास्थिति को न मानने का प्रयास हुआ और इसके कारण टकराव की नौबत आई. इसमें दोनों तरफ के सैनिक मारे गए, घायल हुए. जबकि दोनों तरफ से उच्च स्तर पर बन रही सहमति के आधार पर इसे टाला जा सकता था.
Posted By: Utpal kant