India china border dispute, PM narendra modi: भारत-चीन सीमा पर तनाव की स्थिति पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलायी है. शुक्रवार को शाम पांच बजे बुलायी गयी इस बैठक में पीएम मोदी आगे की परिस्थितियों पर चर्चा करेंगे. विभिन्न राजनीतिक दलों के अध्यक्ष इस वर्चुअल मीटिंग में भाग लेंगे. इसके पहले पीएम मोदी ने झड़प की पुष्टि होने के बाद मंगलवार देर रात तक देश के सर्वोच्च राजनैतिक नेतृत्व और सेना प्रमुख के साथ बैठक की थी.
In order to discuss the situation in the India-China border areas, Prime Minister @narendramodi has called for an all-party meeting at 5 PM on 19th June. Presidents of various political parties would take part in this virtual meeting.
— PMO India (@PMOIndia) June 17, 2020
विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा था कि पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हिंसक झड़प चीनी पक्ष के प्रयास का नतीजा था. जबकि चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि चीन-भारत सीमा की स्थिति पर दोनों पक्षों के राजनयिक और सैन्य चैनलों के माध्यम से एक दूसरे के साथ घनिष्ठ संवाद हो रहे है.इ गौरतलब है कि पूर्वी लद्दाख में बीते सोमवार की रात भारतीय सेना के जवानों की चीनी सेना के जवानों के साथ हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हो गए.
अब पहले से सीमा पर चल रहा तनाव और नाजुक स्थिति में आ गया है. न्यूज एजेंसी के अनुसार चीन को भी इस झड़प में भारी नुकसान हुआ है लेकिन वह सैनिकों की सही स्थिति का खुलासा नहीं कर रहा है लद्दाख बॉर्डर पर झड़प में में भारतीय जवानों के शहीद होने पर कांग्रेस लगातार हमलावर है. सोनिया गांधी से लेकर राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से कई सवाल पूछे हैं.
राहुल गांधी ने गांधी ने ट्वीट किया “पीएम चुप क्यों हैं? वह क्यों छुप रहे है? अब बहुत हो गया है. हमें यह जानने की जरूरत है कि हुआ क्या है. राहुल गांधी ने पूछा, चीन ने हमारे सैनिकों को मारने की हिम्मत कैसे की? हमारी जमीन लेने की उनकी हिम्मत कैसे हुई? कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा- 20 जवानों के शहादत से पूरे देश में भारी रोष है. पूरे देश को हमारे वीर सपूतों के शौर्य पर गर्व है उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दें भारत मां की अस्मिता की रक्षा की है. चीनी सेना के इस दुस्साहस पर पीएम और मोदी सरकार ने मौन साध लिया है”.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि गलवान में सैनिकों की क्षति परेशान करने वाली और दर्दनाक है. उन्होंने कहा, हमारे सैनिकों ने अनुकरणीय साहस और वीरता का प्रदर्शन किया और भारतीय सेना की सर्वोच्च परंपराओं में अपने जीवन का बलिदान दिया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्र उनकी बहादुरी और बलिदान को कभी नहीं भूलेगा. मेरी संवेदनाएं जान गंवाने वाले सैनिकों के परिवारों के साथ हैं. राष्ट्र इस कठिन घड़ी में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है. हमें भारत के बहादुरों की बहादुरी और साहस पर गर्व है. इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री ने तीनों सेना प्रमुखों और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ से एक बैठक की. रक्षा मंत्री ने मौजूदा स्थिति पर विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी बैठक की.
Posted By: Utpal kant