India-China Border Tension: भारत और चीन (India-China Face Off) के बीच पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में सीमा पर तनाव जारी है. दोनों देशों के बीच इस तनाव को कम करने के लिए बातचीत जारी है, लेकिन चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीन एक तरफ भारत से बातचीत का ढ़ोंग करता है तो दूसरी तरफ वो सीमा पर अपने अनुसार स्थिति को बदलने की कोशिश में लगा हुआ है. ऐसे में भारतीय सेना (Indian Army) भी चीन (China) की हर चाल का मुंहतोड़ जवाब भी दे रही है. वहीं सीमा पर जारी तनाव के बीच भारतीय सेना की दरियादिली एक बार फिर सामने आई है.
भारतीय सेना ने दरियादिली दिखाते हुए अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग में चीन के अधिकारियों को 13 याक और 4 बछड़ों को सौंप दिया. ये सभी जानवर में 31 अगस्त 2020 को LAC के पार भटक कर आ गये थे जिन्हें भारतीय सेना ने चीन को वापस कर दिया. भारतीय सेना के इस दरियादिली चीनी अधिकारी भी कायल हो गये और उन्होंने भारत के इस कदम के लिए सेना को धन्यवाद दिया. इस बात की जानकारी भारतीय सेना के पूर्वी कमान ने दी.
बता दें कि इससे पहले भारतीय सेना ने 3 सितंबर को 17,500 फीट की ऊंचाई पर उत्तरी सिक्किम के पठार क्षेत्र में अपना रास्ता खो चुके 3 चीनी नागरिकों की मदद की थी. अपना रास्ता खो चुके 3 चीनी नागरिकों को भारतीय सेना ने ना सिर्फ रास्ता बताया बल्कि उन्हें चिकित्सा सहायता, ऑक्सीजन, भोजन और गर्म कपड़े भी दिये थें. भारतीय सेना ने इस पर ट्वीट कर कहा था कि , ‘मानवता सर्वोपरि, भारतीय सेना ने 17,500 फीट की ऊंचाई पर उत्तरी सिक्किम की भारत-चीन सीमा पर फंसे चीनी नागरिकों की मदद और चिकित्सा सहायता प्रदान की. भारतीय सेना के लिए मानवता सबसे महत्वपूर्ण है.
गौरतलब है कि चीन से जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने तीन रणनीतिक चोटियों पर तैनाती बढ़ा दी है और लद्दाख में एलएसी पर सीमा को सुरक्षित करने के लिए अपनी पोजिशन में भी बदलाव किया है. भारतीय सेना ने दौलत बेग ओल्डी, गलवान घाटी और पैंगोंग झील व चुशूल सेक्टर में करीब 40 हजार जवान व अधिकारी तैनात किये हैं.
Posted By : Rajat Kumar