India china face off: भारत और चीन के बीच लद्दाख में जारी तनाव के बीच वायु सेना (IAF) प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर के एस भदौरिया ने कहा है कि हम किसी भी अचानक हुई घटना का जवाब देने के लिए अच्छी तरह से तैयार और तैनात हैं. मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि हम गलवान के बहादुरों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे. वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया (air chief rks bhadouria) ने डुंडीगल में वायु सेना अकादमी (एएफए) में कम्बाइंड ग्रैजुएशन परेड (सीजीपी) को संबोधित करते हुए ये बात कही.
भदौरिया ने कहा कि वायु सेना लक्ष्य को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार तथा सही जगह तैनात है. वायुसेना लक्ष्य को पूरा करने के लिए दृढ़ संकल्पित है और वह लद्दाख की गलवान घाटी में हमारे शूरवीरों के बलिदान को कभी व्यर्थ नहीं जाने देगी. वायु सेना प्रमुख ने कहा कि चीनी बलों के साथ झड़प के दौरान हमारे सैनिकों की वीरता ने किसी भी कीमत पर अपने देश की संप्रभुता की रक्षा करने के संकल्प को दर्शाया है.
आपको बता दें कि लद्दाख में चीन के साथ तनाव चरम पर है. चीन के सैनिकों से हिंसक झड़प में 20 जवानों की शहादत के बाद भारत ने किसी भी हालात से निबटने की अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं. चीन को हर तरीके से सबक सिखाने के लिए सेना, वायुसेना और नेवी को हाई अलर्ट पर रखा गया है. वायुसेना अपने लड़ाकू विमानों को चीन की सीमा के नजदीक फॉरवर्ड बेस में तैनात कर रही है. एक ओर जहां लेह से लद्दाख तक आसमान में भारतीय फाइटर जेट्स गरज रहे हैं, तो चिनूक व अपाचे हेलीकॉप्टर लद्दाख की पहाड़ियों पर लगातार निगरानी कर रहे हैं. इस बीच वायुसेना चीफ आरकेएस भदौरिया ने लेह और श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया. इस दौरे को चीन को एक बड़े संकेत देने के तौर पर देखा जा रहा है.
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लेह और श्रीनगर एयरबेस भारत के लिए रणनीतिक रूप से काफी अहम हैं. ये दोनों एयरबेस पूर्वी लद्दाख से बेहद करीब हैं. यहां से लद्दाख में किसी भी ऑपरेशन को तत्काल अंजाम दिया जा सकता है.
इस बीच भारत ने सुखोई 30एमकेआइ मिराज 2000 और जगुआर फाइटर जेट्स को अडवांस पोजिशन में तैनात कर दिया है जहां से वे तुरंत उड़ान भर सकते हैं और दुश्मन को धूल चटा सकते हैं. भारतीय सेना के जवानों की मदद के लिए अमेरिकन अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर्स को भी तैनात कर दिया है. चिनूक हेलीकॉप्टर्स को भी लेह में तैयार रखा गया है. एमआइ17V5 मीडियम लिफ्ट चॉपर्स भी सेना और सामानों की आपूर्ति में अहम योगदान दे रहे हैं. न्यूज एजेंसी एएनआइ द्वारा जारी लेह और लद्दाख की कुछ ताजा तस्वीरों में हेलीकॉप्टर्स और लड़ाकू विमान लद्दाख के आसमान में मंडराते देखे गये. बता दें कि पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (एलएसी) के पास चीन ने 10 हजार से ज्यादा सैनिक तैनात किये हैं. ऐसे में भारतीय सेना भी जवाबी कार्रवाई के लिए तैयारियों में लग गयी है.
Posted By: Amitabh Kumar