दुश्मनों को सबक सिखाने के लिए और तेजी से उनपर असरदार पलटवार करने के लिए भारतीय सेना एक विशेष तैयारी कर रही है. इसके लिए भारतीय सेना इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप(IBGs) का गठन कर रही है. यह कोरोना महामारी से निपटने से लेकर चीन जैसे दुश्मन को भी एक झटके में जोरदार सबक सीखाने में माहिर होगी.
सेना के अधिकारियों ने बताया कि शुरुआत में एक इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप(IBGs) में लगभग 5000 जवान रहेंगे. जो अलग अलग बटालियन के होंगे. इनमें पैदल सैनिक, टैंक स्पेशलिस्ट एयर डिफेंस, सिग्नल इंजीनियर जैसे जवान एक साथ रहेंगे. इन्हें एक साथ तैनात किया जाएगा. अधिकारियों के मुताबिक 2022 के शुरुआत से इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप(IBGs) की तैनाती हो जाएगी.
सेना प्रमुख एमएम नरवणे ने कहा कि इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप(IBGs) का निर्माण हमारी आगे की सोच है ताकि हम भविष्य में एक बेहतर सेना का निर्माण कर पाये जो किसी भी प्रकार के युद्ध और दुश्मन से निपटने में सक्षम हो. उन्होंने कहां कि इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप के लिए काम चल रहा है. हम एक बेहतर टीम बनायएंगे. इसके लिए विचार विमर्श चल रहा है.
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भारत और चीन से दो मोर्चे पर मिल रही चुनौती से निपटने के लिए इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप के गठन की प्रक्रिया चालू है. इसके साथ ही थियेटर कमांड से अलावा सभी 13 लाख जवानों और सशक्त करते के लिए संठगनात्मक बदलाव किये जा रहे हैं. ताकि दुश्मन के हमले का एक ही बार में जोरदार जवाब दिया जा सके.
जनरल नरवणे ने कहा कि युद्ध के स्वरूप अब बदल रहे हैं. इसलिए इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि सीमा पर तैनात हमारे सैनिक भविष्य के खतरे को देखते हुए तैयार किये जाए. अब लड़ाई जीतने के लिए तकनीक की भी आवश्यकता है इसके हिसाब से तैयारी चल रही है. शुरूआत में आठ से दस इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप बनाये जाएंगे उसके बाद उसके सामने आ रही समस्याओं को देखते हुए उसके अनुरूप आगे और बेहतर इंटीग्रेटेड बैटल ग्रूप बनाया जाएगा.
Posted By: Pawan Singh