Indian Army: चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर जारी तनाव के बीच भारतीय सेना ने एक बड़ा कदम उठाया है. दरअसल, भारतीय जवान अब चीनी सेना को उन्हीं की भाषा में जवाब देंगे. इसके लिए भारतीय सेना ने अपने जवानों को चीनी भाषा का प्रशिक्षण देने के लिए तेजपुर विश्वविद्यालय के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. बुधवार यानि 19 अप्रैल 2023 को भारतीय सेना और तेजपुर यूनिवर्सिटी के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए.
चीनी भाषा को सिखाकर भारतीय सेना के जवानों को और स्किल्ड बनाने की तैयारी हो रही है, ताकि वो मंदारिन भाषा में संवाद की क्षमता को दुरुस्त कर सकें. यह पाठ्यक्रम 16 सप्ताह की अवधि के लिए होगा और तेजपुर यूनिवर्सिटी में आयोजित किया जाएगा. समझौता ज्ञापन पर भारतीय सेना की ओर से मुख्यालय 4 कोर और तेजपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर एसएन सिंह के हस्ताक्षर किए गए. सेंट्रल यूनिवर्सिटी के रूप में संसद के एक अधिनियम द्वारा 1994 में स्थापित तेजपुर यूनिवर्सिटी अत्यधिक योग्य संकाय के साथ चीनी सहित विदेशी भाषाओं के शिक्षण में अग्रणी है.
यह पाठ्यक्रम इन-हाउस मंदारिन विशेषज्ञता में सुधार करेगा और सेना के जवानों को स्थिति की मांग के अनुसार चीनी सैन्य कर्मियों के साथ जुड़ने के लिए सशक्त करेगा. बेहतर चीनी भाषा कौशल के साथ भारतीय सेना के जवानों को अपनी बातों को और अधिक सशक्त तरीके से व्यक्त करने के लिए बेहतर अधिकार प्राप्त होंगे. यह कमांडर स्तर की वार्ता, फ्लैग मीटिंग्स, संयुक्त अभ्यास और सीमा कर्मियों की बैठक आदि जैसे विभिन्न इंटरैक्शन के दौरान चीनी पीएलए की गतिविधियों के बारे में विचारों के बेहतर आदान-प्रदान और उनकी गतिविधियों को समझने में भी मदद करेगा.