Indians Deported From America: अमेरिका का सैन्य विमान अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर बुधवार पंजाब के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा. विमान ने दोपहर करीब 1.55 बजे भारत लैंड किया. अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यभार संभालने के बाद अपने देश में रह रहे अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है. इसी के तहत वहां से कई भारतीय को वापस भेजा जा रहा है. बताया जा रहा है कि ये डंकी रूट के जरिए लाखों रुपये खर्च करके अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचे थे, लेकिन अब उन्हें निर्वासन का सामना करना पड़ रहा है.
पहली खेप में कितने लोग भारत पहुंचे
बुधवार को श्री गुरु रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे अमेरिकी विमान में कुल 104 निर्वासित भारत वापस आए. रिपोर्ट के मुताबिक निर्वासित लोगों में से 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा और गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश से और दो लोग चंडीगढ़ से हैं. इससे पहले दावा किया जा रहा था कि 205 अवैध प्रवासियों को लेकर अमेरिका का सैन्य विमान सी-17 रवाना हुआ है. हालांकि दावा से इतर पहली खेप में 104 भारतीय वापस आए हैं.
अवैध अप्रवासियों को लेकर अमेरिका सख्त
न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता अपने एक बयान में कहा है कि सारी जानकारी साझा नहीं की जा सकती है. उन्होंने साफ कर दिया कि अमेरिका अब आव्रजन कानून का सख्ती से पालन कर रहा है. इसके तहत अब अवैध प्रवासियों को देश में जगह नहीं दी जाएगी, उन्हें वापस भेजा जाएगा.
भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर निर्वासित किया जाना दुखद- कांग्रेस
कांग्रेस ने अमेरिका से अवैध प्रवासियों वापस भेजे जाने की खबरों को लेकर कहा है कि भारतीय नागरिकों को हथकड़ी लगाकर और अपमानित करके निर्वासित किया जाना दुखद है. कांग्रेस की ओर बयान दिया गया था कि ऐसी खबरें हैं कि पंजाब और पड़ोसी राज्यों के अवैध प्रवासियों को लेकर एक अमेरिकी सैन्य विमान अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरने वाला है. कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “अमेरिका से भारतीयों को हथकड़ी लगाकर और अपमानित करके निर्वासित किए जाने की तस्वीरें देखकर, एक भारतीय होने के नाते मुझे दुख होता है. मुझे दिसंबर 2013 की वह घटना याद है जब भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागड़े को अमेरिका में हथकड़ी लगाई गई थी और स्ट्रिप सर्च किया गया था.”