Jammu And Kashmir: पिछले तीन वर्षों में सीमावर्ती जिलों राजौरी और पुंछ में घातक हमलों के बाद इस साल आतंकवादी गतिविधियां जम्मू क्षेत्र के छह अन्य जिलों में फैल गईं. जिसमें 18 सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए. जबकि 13 आतंकवादी मारे गए. अप्रैल-मई से रियासी, डोडा, किश्तवाड़, कठुआ, उधमपुर और जम्मू में हुईं सिलसिलेवार घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता पैदा कर दी है.
आतंकवादी हमले में 14 नागरिकों की भी गई जान
इस साल हुए आतंकवादी हमले में 14 नागरिकों की भी जान गई. जिसमें 7 शिव खोड़ी मंदिर से लौट रहे तीर्थयात्री थे, जबकि तीन ग्राम रक्षा प्रहरी (वीजीडी) थे. तीर्थयात्रियों की मौत बस पर हुए हमले में हुई थी, जिसमें स्थानीय चालक और कंडक्टर की भी मौत हो गई, वहीं वीडीजी को उधमपुर और किश्तवाड़ जिलों में गोली मार दी गई.
Also Read: Manipur Encounter: मणिपुर में CRPF ने 11 उग्रवादियों को मार गिराया, एक जवान घायल
राजौरी-पुंछ क्षेत्र में अक्टूबर 2021 के बाद आतंकवादियों ने सेना के काफिले को बनाया निशाना
जम्मू क्षेत्र के अन्य हिस्सों की तरह एक दशक पहले आतंकवाद से लगभग मुक्त होने वाले राजौरी-पुंछ क्षेत्र में अक्टूबर 2021 से ज्यादातर सेना के वाहनों को निशाना बनाकर घातक आतंकवादी हमले किए गए. जिसमें 47 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए. 48 आतंकवादियों को मार गिराया गया और 7 आम नागरिकों की मौत भी हुई. राजौरी में 2021 में 19, 2022 में 14 और 2023 में 28 मौत हुईं. इसी तरह, पुंछ में 2021 में 15, 2022 में चार और 2023 में 24 मौत दर्ज की गईं.