झारखंड में नई सरकार पर शुक्रवार (2 फरवरी) को देश की संसद में सत्ता और विपक्ष के बीच तकरार हुई. हेमंत सोरेन को गिरफ्तार किये जाने और उसके बाद नई सरकार के गठन में देरी के मुद्दे पर कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और केंद्र सरकार पर हमला बोला. केंद्र की ओर से पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर पलटवार किया. वहीं, इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इन्क्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A.) के घटक दलों ने इसी मुद्दे पर लोकसभा से वाकआउट किया.
मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद में उठाया झारखंड का मुद्दा
संसद शुरू होते ही राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने झारखंड का मुद्दा उठाया. उन्होंने केंद्र सरकार पर झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के महागठबंधन की सरकार को न्योता नहीं देने के मुद्दे पर केंद्र सरकार की आलोचना की. खरगे ने कहा कि झारखंड में संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रहीं हैं.
बिहार में जल्दी, झारखंड में इतनी देरी क्यों : खरगे
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में कहा कि बहुमत के बावजूद महागठबंधन को सरकार बनाने का न्योता देने में इतनी देरी की गई. वहीं, बिहार में जब नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने कांग्रेस और राजद से गठबंधन तोड़ा और मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा दिया, तो तत्काल उन्हें सरकार बनाने का न्योता दे दिया गया. वहीं, झारखंड में जान-बूझकर इतनी देरी की गई.
पीयूष गोयल बोले- झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार पर नहीं बोलती कांग्रेस
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने इस पर पलटवार किया. उन्होंने कहा कि झारखंड में एक मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा, क्योंकि वह भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार हुआ है. कांग्रेस पार्टी उस भ्रष्टाचार के बारे में कोई बात नहीं करती. कांग्रेस पार्टी बताए कि क्या वह झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार के साथ है.
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