Joe Biden In G20 Summit : भारत जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए तैयार है. आगामी 9-10 सितंबर को दिल्ली में आयोजित शिखर सम्मेलन में कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष आएंगे. बीते दिनों यह खबर सामने आई कि अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन भी गुरुवार यानी 7 सितंबर को सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत आएंगे. लेकिन, खबरें ऐसी भी बाद में निकलकर सामने आई कि जो बाइडेन कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए है. इसके बाद उनके आने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है. अब व्हाइट हाउस ने एक जानकारी देते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के आगमन पर स्पष्टता दे दी है.
अमेरिका के राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय व्हाइट हाउस ने यह जानकारी दी है कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई है और वह जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार को भारत जाएंगे तथा इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक भी करेंगे. इस घोषणा से एक दिन पहले सोमवार को अमेरिका की प्रथम महिला कोरोना वायरस से संक्रमित पाई गई थीं. इसके बाद बाइडन की भी जांच की गई थी. जांच रिपोर्ट में उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई.
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि अमेरिकी राष्ट्रपति जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए गुरुवार को भारत जाएंगे. उन्होंने बताया कि बाइडन प्रधानमंत्री मोदी के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे. उन्होंने बताया कि जो बाइडन शनिवार और रविवार को जी20 शिखर सम्मेलन के आधिकारिक सत्र में भाग लेंगे.
जेक सुलिवन ने यह भी कहा कि बाडइन बड़े मकसद को पूरा करने के लिए के लिए बाजार के उभरते भागीदारों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इससे पहले, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने कहा था कि राष्ट्रपति बाइडन के सोमवार रात को कोविड-19 से संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई थी और मंगलवार को भी जांच का यही परिणाम आया.
हालांकि, एक सवाल के जवाब में व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव केरीन जीन-पियरे ने कहा कि राष्ट्रपति सभी जरूरी सावधानियां बरत रहे हैं और सीडीसी के दिशा-निर्देशों के अनुसार मानक प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं. जीन-पियरे ने कहा, “मैं आपको जो बता सकती हूं, वह यह है कि राष्ट्रपति निश्चित रूप से अपने चिकित्सक द्वारा निर्धारित अवधि पर नियमित जांच कराते रहेंगे. वह और उनका प्रतिनिधिमंडल भारत रवाना होने से पहले भी जांच कराएगा. मैं पहले ही बता चुकी हूं कि राष्ट्रपति कोविड-19 पर सीडीसी के दिशा-निर्देशों का पालन कर रहे हैं.”
जीन-पियरे ने कहा, “सीडीसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बावजूद रोजाना जांच की सलाह नहीं देता. हम सीडीसी के दिशा-निर्देशों का पालन करने जा रहे हैं. वह कई एहतियाती उपायों पर अमल की सलाह देता है, जिनमें मास्क लगाना, नियमित अंतराल पर जांच कराना और लक्षणों पर नजर रखना शामिल है.” उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति में कोविड-19 के कोई लक्षण नहीं हैं. पर हम उन दिशा-निर्देशों का पालन करना जारी रखेंगे. वह अपने चिकित्सक से लगातार राय-मशविरा लेते रहेंगे.”
जीन-पियरे ने कहा कि वरिष्ठ अधिकारी जब भी राष्ट्रपति के संपर्क में आते हैं, तो वे अपनी कोविड-19 जांच कराते हैं. उन्होंने कहा, “हम जांच करते रहते हैं. पिछले लगभग दो वर्षों से हम इसी तरह आगे बढ़े हैं. यह प्रक्रिया नहीं बदली है. व्हाइट हाउस के किसी प्रोटोकॉल में बदलाव नहीं होने जा रहा है. जब हम राष्ट्रपति या उनके वरिष्ठ कर्मचारियों के संपर्क में आते हैं, तो हम जांच जरूर कराते हैं.” जीन-पियरे ने स्पष्ट किया कि फिलहाल राष्ट्रपति के यात्रा कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
उन्होंने कहा, “मैं अभी बस यही कह सकती हूं कि हमारे पास उनके यात्रा कार्यक्रम में किसी तरह के बदलाव की कोई जानकारी नहीं है. कल राष्ट्रपति की जांच रिपोर्ट में उनमें संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई थी. आज सुबह भी उनकी जांच रिपोर्ट ठीक आई है. उनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं. वह अच्छा महसूस कर रहे हैं.” जीन-पियरे ने कहा, “वह (बाइडन) बेशक बहुत सतर्क रहेंगे और मास्क पहनेंगे, जैसा कि सीडीसी दिशा-निर्देश सुझाते हैं. हमारे पास उनके यात्रा कार्यक्रम में बदलाव के संबंध में कोई अपडेट नहीं है.”
भारत जी20 के अध्यक्ष के रूप में 9-10 सितंबर को इस प्रभावशाली समूह के वार्षिक शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. बाइडन के अलावा फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज, जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा उन जी20 नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने इस शिखर सम्मेलन में अपनी भागीदारी की पुष्टि की है.
सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 10 सितंबर को ब्राजील के राष्ट्रपति लूला को जी20 अध्यक्ष पद की कमान सौंपेंगे. ब्राजील एक दिसंबर को औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता संभालेगा. जी20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं.