मध्य प्रदेश में विधानसभा से पहले बयानबाजी के साथ-साथ कयासों का बाजार गर्म है. लोग पूर्व कांग्रेसी नेता और वर्तमान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर कई तरह की अटकलें लगा रहे हैं. बीजेपी की जीत के बाद उनके मुख्यमंत्री तक बनने की खबर लोगों की बातचीत में शामिल है. इस बीच अंग्रेजी वेबसाइट एनडीटीवी ने उनसे बातचीत के आधार पर एक खबर प्रकाशित की है जिसमें सिंधिया कहते नजर आ रहे हैं कि मैं बीजेपी का सेवक मात्र हूं…मैं मुख्यमंत्री की रेस में शामिल नहीं हूं. बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि वह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने की किसी भी दौड़ में शामिल नहीं हैं. उनके मुख्यमंत्री बनने का सवाल ही नहीं उठता क्योंकि वह हमेशा पार्टी के कार्यकर्ता रहे हैं और रहेंगे. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को मतदान होना है जबकि मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी. यानी तीन दिसंबर को साफ हो जाएगा कि सूबे में किस पार्टी की सरकार बनेगी. इसके कुछ दिन के बाद प्रदेश के नये सीएम की घोषणा भी हो जाएगी.
सिंधिया परिवार करता है केवल समाज की सेवा
कांगेस पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस सत्ता के लिए कुछ भी कर सकती है. उनकी पार्टी में इस तरह की दौड़ होती है. कांग्रेस में चुनाव से पहले आठ नेता ऐसे हैं जो मुख्यमंत्री पद की रेस में हैं. बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है. हम सभी कार्यकर्ता हैं और रहेंगे..उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में पूरी बीजेपी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ रही है… मैं सीएम पद की रेस में नहीं हूं…मैं एक सेवक हूं. आपको बता दें कि सिंधिया का कुछ ऐसा ही बयान दो नवंबर को आया था. उन्होंने कहा था कि कुर्सी की दौड़ में सिंधिया परिवार को शामिल नहीं करें. सिंधिया परिवार ऐसे किसी रेस में शामिल नहीं रहता है. सिंधिया परिवार विकास, प्रगति और समाज सेवा के जुनून के साथ दिन-रात काम करता है.
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बातचीत के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. उन्होंने कांग्रेस पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कहा कि वह विपक्षी गंठबंधन में भी छेद करने में लगी हुई है. कांग्रेस ओबीसी का वोट अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है जिसमें वह सफल नहीं होने वाली है. आगे सिंधिया ने कहा कि ओबीसी फैक्टर क्या है? कांग्रेस सोचती है कि लोग उन्हें समझ नहीं सकते ? मोदी जी के मंत्रिमंडल में 27 ओबीसी मंत्री हैं…केंद्रीय मंत्री ने यूपीए के तहत 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में घोटाले का जिक्र किया और कहा कि कांग्रेस की जी (गारंटी) केवल 2जी नहीं है, उनके पास 5जी करने की क्षमता है. आगे अपनी पुरानी पार्टी पर हमला करते हुए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस मुझे जो भी गालियां देती है, मैं उसका स्वागत करता हूं.. मुझे कांग्रेस से कोई शिकायत नहीं है. सिंधिया ने कहा कि उन्हें यकीन है कि मध्य प्रदेश में बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी.
2018 के विधानसभा चुनाव के बाद बनी थी कांग्रेस की सरकार
यहां चर्चा कर दें कि मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था. कांग्रेस ने 114 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि सपा, बसपा और स्वतंत्र विधायकों के समर्थन से कमलनाथ के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनाई थी. हालांकि, मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में उनके समर्थक विधायकों के कांग्रेस से विद्रोह के कारण कमलनाथ सरकार गिर गई. इसके बाद प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में एक बार फिर बीजेपी सरकार बनी. यहां इस बार खास बाते ये है कि पिछली बार कांग्रेस के लिए वोट मांगने वाले सिंधिया इस बार बीजेपी के पक्ष में लोगों से वोट करने की अपील करते नजर आ रहे हैं.
कांग्रेस दे रही है जोरदार टक्कर
मध्य प्रदेश में इस बार कांग्रेस जोरदार टक्कर देने की तैयारी में नजर आ रही है. बीजेपी को हर मोर्चे पर घेरने के लिए कांग्रेस अलग प्लान पर काम कर रही है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी प्रदेश में रैली कर चुकीं हैं. ग्वालियर की रैली में उन्होंने बीजेपी पर जोरदार वार किया था लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया पर सीधे निशाना साधने से वह बचतीं नजर आईं थीं.