Karnataka Election 2023: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव का शोर सुनाई दे रहा है. भाजपा और कांग्रेस के नेता मतदाताओं को लुभाते नजर आ रहे हैं. इस क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा की एक हालिया टिप्पणी को लेकर मंगलवार को सत्तारूढ़ पार्टी पर कटाक्ष किया. उन्होंने तीखा प्रहार करते हुए कहा कि कर्नाटक को मौजूदा समय के किसी नेता के आशीर्वाद की जरूरत नहीं है और ‘वोट नहीं देने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आशीर्वाद’ नहीं मिलने की धमकी देना’ राज्य की जनता का अपमान है.
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कर्नाटक की भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि इस ‘40 प्रतिशत कमीशन वाली सरकार’ ने कर्नाटक को बेशर्मी एवं बेरहमी से लूटा है. प्रियंका गांधी ने लोगों का आह्वान किया कि वे कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की सरकार बनाएं ताकि उनके हित में काम किया जा सके.
चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भाजपा अध्यक्ष नड्डा का नाम लिये बगैर कहा, ‘‘आज भाजपा के नेता धमकी दे रहे हैं कि अगर वोट नहीं दिया तो मोदी जी का अशीर्वाद नहीं मिलेगा. जिस जनता को बासवन्ना जी और नारायण गुरू जी ने अपना आशीर्वाद दिया हो, उसे आज के किसी नेता के आशीर्वाद की जरूरत नहीं है. उनका कहना था कि इस तरह की टिप्पणी जनता का अपमान है.
यहां चर्चा कर दें कि कांग्रेस ने पिछले दिनों ट्विटर पर भाजपा अध्यक्ष नड्डा का एक वीडियो साझा किया था उसमें उन्हें यह बोलते सुना जा सकता है, ‘‘कर्नाटक में विकास की गंगा बहती रहे इसलिए मैं कमल के निशान पर वोट मांगने आया हूं. कर्नाटक में विकास जारी रहे, निरंतर चलता रहे, यह चुनाव का मुद्दा है. जो (प्रधानमंत्री नरेंद्र) मोदी जी का आशीर्वाद है, उससे कहीं कर्नाटक वंचित ना हो जाए, इसलिए मेरा आपसे निवेदन है कि आपको कमल को जिताना है और कर्नाटक के विकास को आगे बढ़ाना है.
Also Read: ‘राहुल गांधी ने हार्वर्ड से पढ़ाई की, फिर भी उन्हें पप्पू कहते हैं’, प्रियंका के बयान पर घमासान
प्रियंका गांधी ने चुनावी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा कि मैंने सुना है कि प्रधानमंत्री जी कह रहे थे कि विपक्ष के नेता उनकी कब्र खोदना चाहते हैं. यह कैसी बात है? इस देश में कोई ऐसा नहीं होगा जो नहीं चाहता कि प्रधानमंत्री की सेहत अच्छी रहे और उनकी लंबी उम्र हो. उनका कहना था कि मैं पूछना चाहती हूं कि क्या यह चुनावी मुद्दा है? वह बेरोजगारी, महंगाई की बात क्यों नहीं करते, आप लोगों को आगे बढ़ाने की बात क्यों नहीं करते? यह चुनाव किसी भी नेता के बारे में नहीं है। यह चुनाव कर्नाटक के बारे में हैं, आपके अपने अभिमान के बारे में है.
भाषा इनपुट के साथ