26 जनवरी यानि गणतंत्र दिवस के दिन किसानों के ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा को लेकर 33 एफआईआऱ दर्ज हुए हैं. यह एफआईआर दिल्ली के कई पुलिस थानों में दर्ज की गयी है. इनमें से 9 केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है. 44 लोगों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर जारी कर दिया गया है इनमें से कुछ किसान संगठनों के नेता भी शामिल है.
इस मामले में आपराधिक केस दर्ज किया है और इस मामले की जांच की जा रही है. गैरकानूनी गतिविधियों की रोकथाम अधिनियम और आईपीसी की धाराओं के साथ छेड़खानी से निपटने के प्रावधानों के तहत मामले की जांच की जा रही है. इस मामले में संगठन, व्यक्ति और देश के बाहरी शक्तियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है.
दिल्ली पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आयी है कि किसान संगठन और दिल्ली पुलिस के बीच हुए समझौते की तोड़ने की योजना पहले से तैयार कर ली गयी थी औऱ यह पूरी तरह पहले से तय था. स्पेशल सेल की टीम इसके पीछे की बड़ी साजिश और आपराधिक मामलों की जांच कर रही है.
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देश में गणतंत्र दिवस (Republic Day) के दिन राजधानी दिल्ली में किसानों के ट्रैक्टर रैली (Tractor Parade Rally) के दौरान कई जगहों पर हिंसा हुई थी . इस दौरान कई किसान और 83 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. गणतंत्र दिवस के मौके पर तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर कुछ किसानों ने तय समय से पहले ट्रैक्टर रैली निकालन शुरू कर दी. दिल्ली-हरियाणा के टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों ने बैरिडकेडिंग तोड़ दी थी.