Kisan Mahapanchayat: रामलीला मैदान में किसानों की महापंचायत में 5,000 लोगों को एकत्र होने की अनुमति
दिल्ली पुलिस ने किसानों को 5,000 से अधिक संख्या में एकत्र नहीं होने, ट्रैक्टर नहीं लाने, रामलीला मैदान में कोई मार्च नहीं करने की शर्त के साथ ‘किसान मजदूर महापंचायत’ आयोजित करने की अनुमति दे दी है.
दिल्ली में आज ट्रैफिक जाम की समस्या हो सकती है, मध्य दिल्ली की ओर जाने से बचें
Farmers Protest महापंचायत के मद्देनजर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है. आज राष्ट्रीय राजधानी में भारी ट्रैफिक जाम हो सकता है. पुलिस ने यात्रियों को मध्य दिल्ली की ओर जाने वाली सड़कों से बचने के लिए यातायात सलाह भी जारी की है. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि किसानों को दोपहर 2.30 बजे के बाद अपना कार्यक्रम समाप्त होने के तुरंत बाद मैदान खाली करने के लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि अगर वे वादे का पालन नहीं करते हैं और दिल्ली में कानून-व्यवस्था भंग करने में शामिल होते हैं तो सख्त कार्रवाई की जा सकती है.
Farmers Mahapanchayat: इन रूटों पर ट्रैफिक बदला रहेगा
- जवाहर लाल नेहरू मार्ग
- बहादुर शाह जफर मार्ग
- आसफ अली रोड
- स्वामी विवेकानन्द मार्ग
- नेताजी सुभाष मार्ग
- मिंटो रोड
- महाराजा रणजीत सिंह फ्लाईओवर
- भवभूति मार्ग
- चमन लाल मार्ग
- बाराखंभा रोड
- टॉल्स्टॉय रोड
- जय सिंह रोड
- संसद मार्ग
- बाबा खड़क सिंह मार्ग
- अशोका रोड
- कनॉट सर्कस
- डीडीयू मार्ग
Farmers Mahapanchayat: यहां रहेगा डायवर्जन
- दिल्ली गेट
- मीर दर्द चौक
- अजमेरी गेट चौक
- गुरु नानक चौक
- आर/कमला मार्केट
- पोहरगंज चौक और आर/ए झंडेवालान
- माहराजा रणजीत सिंह फ्लाईओवर बाराखंभा रोड से गुरु नानक चौक तक
- बाराखम्बा रोड/टॉल्स्टॉय रोड क्रॉसिंग
- जनपथ रोड/टॉल्स्टॉय मार्ग चौराहा
- टॉल्स्टॉय रोड/केजी मार्ग क्रॉसिंग
- आर/ए जीपीओ
- दिल्ली पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर
- दिल्ली पुलिस ने लोगों को असुविधा से बचने के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है. delhipolice.gov.in पर ट्रैफिक की जानकारी भी ली जा सकती है.
- WhatsApp नंबर 8750873493 और Helpline नंबर 3095/033-25844444 पर भी ट्रैफिक की जानकारी ली जा सकती है.
किसान आज से सरकार के खिलाफ लड़ाई तेज करने की कोशिश करेंगे
किसान संगठनों का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा है कि वे रामलीला मैदान में किसान मजदूर महापंचायत’ आयोजित करेंगे, जहां सरकार की नीतियों के खिलाफ ‘लड़ाई तेज करने’ का प्रस्ताव पारित किया जाएगा.
क्या है किसानों की मांग
किसानों की मांग है कि सभी फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करने के लिए कानून बने. किसानों की मांग है कि डॉ स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप इसे तैयार किया जाए. दरअसल स्वामीनाथन आयोग ने किसानों को उनकी फसल की लागत का डेढ़ गुना कीमत देने की सिफारिश की थी.