स्वामी शाम ढींगरा (ज्योतिषी, वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ,संपर्क : 8700160019)
पिछले दस वर्षों मे जिस प्रकार भारतवर्ष में एनडीए की सरकार निरंतर पूर्ण बहुमत और स्थिरता के साथ चल रही है, वह किसी भी देश और उसके नागरिकों के लिए गौरव व सम्मान का विषय है. अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी ऐसे देशों की स्थिति मजबूत और महत्वपूर्ण हो जाती है, जहां शांति और कानून व्यवस्था का राज होता है. जहां सत्ताधारी दल अपने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समझौतों को पूर्ण करने में सक्षम होते हैं, वहां विश्व के अन्य शक्तिशाली देश और अंतरराष्ट्रीय संगठन भी किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप करने से बचते हैं. ऐसा देश अपने विकास के लक्ष्य की ओर नित अग्रसर होता है. जानते हैं ज्योतिष की नजर में नववर्ष 2024 में कैसा रहेगा देश-दुनिया का हाल.
पुनः मोदी के नेतृत्व में बनेगी पूर्ण बहुमत की सरकार
वर्ष 2024 में हमारे देश में ग्रहों और नक्षत्रों के पूर्ण सकारात्मक प्रभाव के चलते राजनीतिक स्थिरता बनी रहेगी. इस वर्ष दूसरी तिमाही में देश में लोकसभा चुनाव भी प्रस्तावित है, जिसे लेकर राजनीतिक पाटिर्यों के बीच काफी उथल-पुथल मचा रहेगा. जहां तक प्रश्न है कि केंद्र में किसकी सरकार बनेगी, तो ग्रह स्थितियां बताती हैं कि राहु मीन राशि में वर्षपर्यंत चलायमान रहेंगे. शनि वर्षपर्यंत कुंभ राशि में गतिशील रहेंगे और देवगुरु बृहस्पति इस वर्ष मेष तथा वृषभ राशि में चलायमान रहेंगे. अत: इसमें कोई संशय नहीं कि 2024 में एनडीए को ही बहुत मिलेगा, साथ ही लीडरशिप की नयी लाइन भी तैयार होगी.
हालांकि चुनाव से पूर्व भाजपा के शीर्ष नेताओं पर किसी विदेशी अलगाववादी संगठन और धार्मिक संगठन द्वारा जानलेवा हमला होने या इनके खिलाफ किसी गंभीर साजिश की असफल योजना की पोल खुलने के योग नजर आते हैं. कांग्रेस और अन्य दलों द्वारा मिलकर जिस सामूहिक मंच (I.N.D.I.A) का गठन किया गया है, वह चुनाव से पहले ही बिखर जायेगा और सभी दल आपस में एक-दूसरे के विरुद्ध दोषारोपण, राजनैतिक कारवाई करते दिखाई देंगे. खासकर सीटों के बंटवारे पर सभी दल एकमत नहीं हो पायेंगे. चुनाव से पूर्व आम आदमी पार्टी, कांग्रेस पार्टी व अन्य कई पार्टियों के नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगने और सिद्ध होने के योग बनेंगे.
इन चुनावों में इंडी संगठन को लगभग 120 सीटों पर सफलता मिलने की आशा रहेगी, जिसमें कांग्रेस को केवल 60 सीटों पर विजय प्राप्त करने के योग नजर आते हैं. इसके फलस्वरूप भारतीय जनता पार्टी को सहयोगी दलों के साथ मिल कर लगभग 390 सीटों पर सफलता मिलती हुई दिखाई देती है. इस तरह केंद्र में पुनः मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी. हालांकि दूसरी ओर, इस वर्ष मंगल गुरु में परिवर्तन योग के फलस्वरूप प्राकृतिक प्रकोप, भूकंप, जल विप्लव, महंगाई, भ्रष्टाचार आदि से सामना होता रहेगा. खासकर महंगाई बड़ा मुद्दा रहेगी. 1 मई तक गुरु महाराज मंगल की राशि में रहेंगे. 1 मई के बाद शुक्र की राशि में प्रवेश करते ही भ्रष्ट धर्माचार्यों पर गाज गिरेगी तथा किसी धर्माचार्य के जनता में एक्सपोज होने का समय है. वहीं आतंकवाद, नक्सलवाद आदि के कारण भारत में अंदरूनी शांति प्रभावित रह सकती है. जातीय संघर्ष भी बढ़ेगा.
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पड़ोसी देश दिखायेंगे आंख
हालांकि पड़ोसियों से राजनैतिक संबंधों की बात करें, तो भारत के पड़ोसी राष्ट्रों से संबंध बहुत अच्छे नहीं रहेंगे तथा छोटी-छोटी बातों पर पड़ोसी राष्ट्र आंख दिखायेंगे. पाक से घुसपैठ व आतंकवाद की वारदात यथावत जारी रहेगी, वहीं दूसरी ओर चीन भी कभी-कभार आंखें तरेरेगा.
भारत में बढ़ेगा विदेशी निवेश आर्थिक रिश्ते होंगे मजबूत
भारत में स्थिर सरकार होने से विकास कार्यो को गति मिलेगी. विदेशी निवेश भी बढ़ेगा. जीडीपी 6.4 फीसदी रहने की प्रबल संभावना रहेगी. जापान, जर्मनी, इस्राइल अमेरिका, फ्रांस, कनाडा, दक्षिण कोरिया, मलयेशिया से आर्थिक रिश्ते अत्यधिक मजबूत होंगे. वर्तमान सरकार ने देश में राजनैतिक स्थिरता और अंतरराष्ट्रीय व्यापारिक बहुलता को बनाये रखा है, जो किसी भी अर्थव्यवस्था को नवीन उंचाइयां छूने के लिए अति आवश्यक होता है.
यही कारण है कि आज विश्व के सभी बड़े शक्तिशाली देश प्रत्येक अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में भारत को अत्यधिक सम्मान के साथ शामिल होने के लिए आमंत्रित करते हैं. जी20 जैसे सम्मेलन भारतवर्ष की मेजबानी में होते हैं और विश्व की सभी महाशक्तियां उसमें शामिल होती हैं. रूस और यूक्रेन के युद्ध में हमें दोनों देशों के साथ-साथ पूरा विश्व शांतिदूत के रूप में देखता है. इस्राइल और फिलीस्तीन युद्ध में भी हम दोनों देशों के साथ निष्पक्षतापूर्वक एक ही समय में अपने संबंधों को मधुरता से कायम रखते हुए बिना किसी गुटबंदी के पूरे विश्व के साथ अपने राजनैतिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को कायम रखने व अपने हितों की रक्षा करने में सफल रहेंगे. भारतवर्ष विश्व के मानचित्र में सबसे अधिक युवा, तकनीक और विज्ञान में शिक्षित और प्रतिभाशाली नागरिकों वाला धर्म निरपेक्ष लोकतंत्र माना जाता है. आर्थिक मोर्चे पर भी हमारा सकल घरेलू उत्पाद, प्रति व्यक्ति आय, कृषि उत्पादों और खाद्य पदार्थों के निर्यात में भी भारत ने नवीन मुकाम स्थापित किया है और आगे भी यह कायम रहेगा.