कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बहस की चुनौती पर तंज कसते हुए भाजपा ने कहा कि उन्हें न मुद्दे की समझ है ना ही देश के नब्ज का पता. यही नहीं राहुल गांधी ना ही कांग्रेस के अध्यक्ष है ना ही विपक्ष के नेता. ऐसे में वे किस आधार पर प्रधानमंत्री से बहस करना चाहते हैं. भाजपा ने कहा कि चुनाव में हार के डर से पारिवारिक सीट अमेठी से भागने वाला व्यक्ति देश में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने के सपने देख रहा है. भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने शनिवार को कहा कि राहुल गांधी एक सांसद है और वे प्रधानमंत्री से बहस करना चाहते हैं. जबकि पूरे देश को पता है कि राहुल गांधी के सोच का स्तर कैसा है.
प्रधानमंत्री ने भी राहुल के बहस वाले बयान पर ली चुटकी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी शनिवार को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस के शहजादे आए दिन बयानबाजी कर रहे हैं. आप उनके 2014, 2019 और 2024 के चुनावी भाषण देख लीजिए. वह वही स्क्रिप्ट पढ़ते जा रहे हैं, और अभी चैलेंज कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा सारे रिकॉर्ड तोड़कर 400 से अधिक सीट जीतने जा रही है. कांग्रेस इस देश में विपक्ष का दर्जा भी हासिल नहीं कर पायेगा. कांग्रेस की सीटें 50 से भी कम होने वाली है.
राहुल गांधी ने क्या कहा था
पूर्व न्यायाधीशों और वरिष्ठ पत्रकार एन राम ने राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के साथ बहस करने का सुझाव दिया था. राहुल गांधी ने इस सुझाव को स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री को बहस करने की चुनौती देते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री इसके लिए तैयार नहीं होंगे. लेकिन अगर वे मेरे साथ बहस नहीं करना चाहते हैं तो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के साथ बहस की चुनौती को स्वीकार कर सकते हैं.