Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. दरअसल, तजिंदर सिंह बिट्टू ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और पार्टी महासचिव विनोद तावड़े की मौजूदगी में दिल्ली में पार्टी मुख्यालय में वे बीजेपी में शामिल हो गए. इससे पहले शनिवार सुबह खबर आई थी कि तजिंदर सिंह बिट्टू ने एआईसीसी सचिव प्रभारी हिमाचल प्रदेश के पद और कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है.
हिमाचल प्रदेश प्रभारी सचिव और प्रियंका गांधी के करीबी तेजिंदर सिंह बिट्टू का कांग्रेस छोड़ना पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. वे 12 साल तक राजनीति से दूर रहे थे और 2017 में एक बाद फिर राजनीति में एक्टिव नजर आने लगे. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बिट्टू केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते है और उन्हें पंजाब में अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है. जालंधर सहित कई सीटों पर बिट्टू का प्रभाव देखा जाता है.
बीजेपी में शामिल होने के बाद क्या बोले तजिंदर सिंह बिट्टू
बीजेपी में शामिल होने के बाद तजिंदर सिंह बिट्टू की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने लगभग 35 साल कांग्रेस पार्टी में बिताए हैं. आज मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी मुद्दों से भटक चुकी है. उन्होंने कहा कि मैं किसी के खिलाफ नहीं बोलना चाहता. पंजाब की भलाई के लिए मैं बीजेपी में शामिल हुआ हूं.
चुनाव के बीच तजिंदर सिंह बिट्टू ने छोड़ी कांग्रेस
तजिंदर सिंह बिट्टू का बीजेपी में जाना नुकसानदायक हो सकता है क्योंकि अभी देश में लोकसभा चुनाव हो रहे हैं. 19 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के पहले चरण के तहत वोटिंग हुई. चुनाव 7 चरणों में हो रहे हैं. अंतिम चरण की वोटिंग 1 जून को होगी जबकि मतगणना 4 जून को तय है.
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पंजाब में चुनाव होगा रोचक
आपको बता दें कि पंजाब में इस बार लोकसभा चुनाव रोचक हो चला है. यहां किसी भी प्रकार का कोई गठबंधन ना तो एनडीए बना पाया है और ना ही विपक्षी गठबंधन ही. जहां इस बार बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल के बीच समझौता नहीं हो सका और दोनों पार्टियां अकेले ही पंजाब में चुनाव लड़ती नजर आ रहीं हैं. कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह बिट्टू पहले ही बीजेपी जॉइन कर चुकीं हैं. वहीं आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने दिल्ली, हरियाणा, गुजरात और चंडीगढ़ में साथ चुनाव लड़ने का फैसला किया है, जबकि पंजाब में दोनों पार्टी अलग अलग चुनाव लड़ रही है.