दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने के बाद से आप कार्यकर्ताओं में उत्साह है और पार्टी के चुनावी अभियान में जोर पकड़ने की संभावना है. लोकसभा के तीन चरण के चुनाव हो चुके हैं और चार चरण के चुनाव बचे हैं.
केजरीवाल के पास पंजाब की 13, दिल्ली की चार और हरियाणा की एक सीट है, जिस पर प्रचार करने का मौका मिलेगा. पार्टी नेताओं का कहना है कि केजरीवाल की रिहाई के बाद आप आक्रामक चुनाव अभियान चलाएगी. पार्टी ने केजरीवाल के जेल से बाहर आने के बाद प्रचार की रणनीति तैयार की है. इस रणनीति के तहत केजरीवाल विभिन्न संस्थानों को इंटरव्यू देंगे, रोड शो में भाग लेंगे और जनसभा काे संबोधित करेंगे. केजरीवाल के साथ प्रचार अभियान में उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल भी साथ रहेंगी. पार्टी केजरीवाल के जेल से बाहर आने को बड़ा मुद्दा बनाते हुए सहानुभूति हासिल करने की कोशिश करेगी और इस काम में सुनीता केजरीवाल अहम भूमिका निभाएंगी.
महाराष्ट्र, झारखंड और अन्य राज्यों में भी करेंगे प्रचार
केजरीवाल को अंतरिम जमानत मिलने पर इंडिया गठबंधन के सहयोगियों ने भी खुशी जतायी है. केजरीवाल की रिहाई को इंडिया गठबंधन, एजेंसियों के दुरुपयोग के तौर पर जनता के सामने पेश करने की तैयारी कर रहा है. आम लोगों को यह बताने की कोशिश की जाएगी कि मौजूदा केंद्र सरकार एजेंसियों के जरिए विपक्षी नेताओं को परेशान कर रही है और देश का लोकतंत्र खतरे में हैं. विपक्ष इसे चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाना चाहता है. केजरीवाल के हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र और झारखंड में प्रचार का कार्यक्रम तय किया जा रहा है.
खुद को विकल्प के तौर पर पेश करने की तैयारी
शनिवार को पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने खुद को विकल्प के तौर पर पेश करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि भाजपा को पता है कि आम आदमी पार्टी ही राष्ट्रीय स्तर पर उसे चुनौती दे सकती है. इसलिए आप नेताओं को जेल में डाला गया और पार्टी को खत्म करने की कोशिश की गयी. लेकिन भाजपा के मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे. केजरीवाल काे पता है कि वर्ष 2024 का रास्ता कठिन है, लेकिन आगे के लिए वे खुद को विकल्प के तौर पर पेश करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. क्योंकि मौजूदा समय में वे कठिन हालात का सामना कर रहे हैं और ऐसे में विपक्षी दलों का साथ जरूरी है.
भाजपा का पलटवार
दूसरी ओर भाजपा ने अरविंद केजरीवाल के प्रेस कांफ्रेंस और प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाने को लेकर पलटवार करते हुए कहा कि केजरीवाल भी जेल रिटर्न क्लब में शामिल हो गये हैं. उनको यह पता होना चाहिये कि उन्हें अंतरिम जमानत मिली है और एक जून को फिर से जेल में सरेंडर करना है, लेकिन वह इस तरह से जश्न मना रहे हैं, जैसे वह दोष मुक्त हो गये हो. पिछले 10 सालों में आप की घातक राजनीति के कारण उनकी हालत खराब हो गयी. उनके साथी उन्हें छोड़कर चले गये, फिर भी केजरीवाल समझ नहीं रहे हैं. केजरीवाल की बात अब भरोसे के लायक नहीं रह गयी है.