मध्य प्रदेश में विधानसभा उपचुनाव (Madhya Pradesh by Election 2020) की सरगर्मियों के बीच नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो चली है. नेता शब्दों के तीर चलाने में मर्यादा की सीमा लांघ जा रहे हैं. कांग्रेस नेता दिनेश गुर्जर ने पिछले रविवार को अशोकनगर में सूबे के मुख्यमंत्री को भूखा-नंगा जिसका जवाब शिवराज सिंह चौहान ने भी दिया.
परवाह (विधानसभा बामौरी,ज़िला गुना) में कार्यकर्ता सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस के नेता कहते हैं कि शिवराज भूखे-नंगे घर का है….हां, मैं भूखे-नंगे घर का हूं…. मैंने बीमारियां, गरीबी, समस्याएं देखी है…. मैं गरीबों का दर्द जनता हूं…उद्योगपति यह क्या जानें!
क्या कहा था दिनेश गुर्जर ने : एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए दिनेश गुर्जर ने कहा था कि पूर्व सीएम कमलनाथ देश के दूसरे नंबर के उद्योगपति हैं…. शिवराज सिंह चौहान की तरह नंगे-भूखे परिवार से उनका संबंध नहीं है.
शिवराज का पलटवार : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि हां, मैं नंगे-भूखे परिवार से हूं. इसलिए उनका दुख-दर्द समझता हूं…आगे उन्होंने तीखा वार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता बताएं, क्या उन्होंने कभी खेत देखे हैं ? कभी पगडंडी देखी है ? कभी धूल देखी है ? कीचड़ देखा है ? कभी बीमारी देखी है ? मुख्यमंत्री ने कहा कि अरे हमें भूखे-नंगे ही रहने दो भाई… क्योंकि मैं गरीब हूं…यही वजह है कि गरीब बेटे-बेटियों को मामा बन उन्हें पढ़ाने का काम करता हूं….गरीब हूं… इसलिए गरीब मां-बाप की बेटियों का कन्यादान करने में विश्वास करता हूं…. गरीब हूं, इसी लिए हर गरीब का दर्द समझता हूं…. प्रदेश की समझ रखता हूं….
तीन नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान : मध्य प्रदेश के 28 विधानसभा क्षेत्रों में तीन नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान पडेंगे जबकि नतीजे 10 नवंबर को सबके सामने होंगे. पुराने रिकार्ड पर नजर डालें तो यह ऐसा क्षेत्र है जहां बसपा का अपना वोट बैंक है. इस इलाके की नौ विधानसभा सीटों की बात करें तो इनमें बहुजन समाज पार्टी (बसपा,BSP) के उम्मीदवार पहले जीत का परचम लहरा चुके हैं. यही वजह है कि उपचुनाव के कई क्षेत्रों में मुकाबला त्रिकोणीय नजर आ रहा है.
Posted By : Amitabh Kumar