मध्यप्रदेश उपचुनाव (Madhya Pradesh by Election 2020) के बीच कांग्रेस (Congress) को एक और झटका रविवार को लगा. दमोह से पार्टी विधायक राहुल लोधी इस्तीफा देकर भाजपा (BJP) में शामिल हो गये हैं. सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh Chauhan) की उपस्थिति में लोधी ने पार्टी की सदस्यता ली.
लोधी को पार्टी की सदस्यता दिलाने के बाद सीएम शिवराज ने कहा कि कांग्रेस से मोह भंग होने की वजह से, उम्मीदें टूटने के कारण, विकास की ललक जिनके मन में है ऐसे साथी कांग्रेस छोड़ रहे हैं….आज राहुल लोधी भाजपा में विधायकी से इस्तीफा देकर भाजपा में आए हैं…मैं भाजपा में आपका हृदय से स्वागत करता हूं…
भाजपा में शामिल होने के बाद लोधी ने कहा कि मैं चाहता हूं कि मध्यप्रदेश उपचुनाव में भाजपा सभी सीटों पर जीत दर्ज करे. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने शिवराज पर हमला बोला है और कहा है कि कहा कि मामा के झोले की काली कमाई में एक और विधायक बिक गया….आपको बता दें कि, शिवराज सिंह चौहान को राज्य में लोग ‘मामा’ कहकर संबोधित करते हैं.
मामा के झोले की काली कमाई में एक और विधायक बिका। लगता है भाजपा में असली भाजपाइयों से अधिक बिके हुए ग़द्दार कॉंग्रेसी मामा भर देगा। मुझे उन ईमानदार संघ व भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दया आती है जिन्होंने भाजपा को यहाँ तक पहुँचाया। जयंत मलैया जी कहॉं हैं? #लोकतंत्र_बचाओ_भाजपा_हराओ
— digvijaya singh (@digvijaya_28) October 25, 2020
दिग्विजय सिंह के ट्वीट : कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया कि मामा के झोले की काली कमाई में एक और विधायक बिका…लगता है भाजपा में असली भाजपाइयों से अधिक बिके हुए ग़द्दार कांग्रेसी मामा भर देगा… मुझे उन ईमानदार संघ व भाजपा के कार्यकर्ताओं पर दया आती है जिन्होंने भाजपा को यहां तक पहुंचाया… जयंत मलैया जी कहां हैं?
कांग्रेस की रीति-नीति से व्यथित होकर दमोह से विधायक पद से इस्तीफा देकर @BJP4MP में शामिल होने वाले युवा जनसेवक श्री राहुल लोधी का हार्दिक स्वागत है।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 25, 2020
प्रदेश का विकास भाजपा के नेतृत्व में ही संभव है। मैं विश्वास दिलाता हूँ कि आपके क्षेत्र की जनता के कल्याण में कोई कमी नहीं आयेगी। https://t.co/eBJdD7CZsz pic.twitter.com/aC9exZhqnE
शिवराज का जवाब : दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर एमपी के मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को ये कहते हुए शर्म नहीं आती, क्या पूरी कांग्रेस ही बिकाऊ है… इतने वर्षों तक जो आपके साथ रहे, आपके साथ काम किया, आपने टिकट दिया और आज आप सबको बिकाऊ कह रहे हैं… सच बात ये है कि जब आपकी सरकार थी तो आपने पूरे प्रदेश को बेच दिया था..
उपचुनाव तीन नवंबर को : उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश की 28 विधानसभा सीटों के लिये उपचुनाव तीन नवंबर को होगा जबकि मतों की गणना 10 नवंबर को की जाएगी.
मध्य प्रदेश में विधानसभा का गणित : आइए एक नजर विधानसभा के गणित पर डालते हैं. मध्य प्रदेश में कुल विधानसभा सीट 230 हैं. बहुमत के लिए 116 सीट चाहिए. जो राजनीतिक दल या गठबंधन विधानसभा की 116 या उससे ज्यादा सीटें जीतेगी. वह सूबे में सरकार का गठन करेगी.
Posted By : Amitabh Kumar