Mahakumbh Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण बुधवार को 30 श्रद्धालुओं की मौत हो गई. हादसे में 60 लोग घायल हो गए हैं. मेला प्रशासन ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भगदड़ में तीस लोगों की मौत हुई है. 25 मृतकों की पहचान कर ली गई है. महाकुंभ में मंगलवार से ही श्रद्धालुओं की भीड़ जुटने लगी थी. मंगलवार मध्यरात्रि के बाद करीब 2 बजे भीड़ बेकाबू होने लगी. श्रद्धालुओं ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और संगम की ओर भागने लगे. इसी दौरान भगदड़ मच गई. घटना के 16 घंटे बाद देर शाम डीआईजी वैभव कृष्ण ने मेला अधिकारी विजय किरण आनंद के साथ संयुक्त रूप से मीडिया से बात की.
महाकुंभ भगदड़ से जुड़ी अहम बातें
महाकुंभ हादसे पर सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश
महाकुंभ भगदड़ हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. सीएम योगी ने कहा कि भगदड़ हादसे की कारणों की जांच की जाएगी, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों. न्यायिक कमेटी में तीन सदस्य होंगे. न्यायमूर्ति हर्ष कुमार के नेतृत्व में पूर्व डीजी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह तीन सदस्यों वाली ज्यूडिशियल कमीशन को गठित किया जा रहा है.
मृतकों के परिजनों को मिलेगा मुआवजा
सीएम योगी ने कहा है कि महाकुंभ में जान गंवाने वालों को प्रदेश सरकार 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देगी. उन्होंने कहा कि हादसे से आहत हूं.
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति समेत पीएम मोदी ने जताया गहरा दुख
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भगदड़ हादसे के कारण मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे को अत्यंत दुखद करार देते हुए शोक जाहिर किया है. पीएम मोदी ने परिजनों को खोने वाले श्रद्धालुओं के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है.
हेल्पलाइन नंबर जारी
कुंभ मेले में हादसे के बाद प्रशासन की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है. मेला प्रशासन ने 1920 हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. इस नंबर पर परिजन अपने परिवार के लापता व्यक्ति के संबंध में जानकारी हासिल कर सकते हैं.
बेकाबू हो गई भीड़
मेला परिसर में भगदड़ का कारण बताते हुए प्रशासन ने कहा कि मौनी अमावस्या पर स्नान के लिये ब्रह्म मुहूर्त से पहले देर रात एक से दो बजे के बीच मेला भारी भीड़ जमा हो गई थी. उस दबाव के कारण दूसरी ओर के अवरोधक टूट गए. इस बीच भीड़ में शामिल लोगों ने बैरिकेट्स लांघकर दूसरी तरफ ब्रह्म मुहूर्त के स्नान का इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं को अनजाने में कुचलना शुरू कर दिया. इसी वजह से भगदड़ मच गई.