महाराष्ट्र में पिछले कई दिनों से सियासी उथलपुथल मचा हुआ है. यहां नई सरकार का ऐलान करते हुए एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. वहीं देवेंद्र फडणवीस उपमुख्यमंत्री बने हैं. अब शिंदे सरकार को बहुमत मिल गया है. बता दें कि उन्हें 164 विधायकों का समर्थन मिला है. इसी बीच अब उद्धव ठाकरे सरकार की मुश्किलें बढ़ गई है. शिंदे को शिवसेना विधायक दल के नेता और गोगावले को चीफ व्हिुप के तौर पर मान्यता मिल गई है.
इसी बीच शिवसेना नेता संजय राउत का कहना है कि यह (भाजपा और शिंदे गुट का गठबंधन) एक अस्थायी व्यवस्था है, वे लोगों के पास नहीं जा सकेंगे. वे शिवसेना में शेर थे. कसाब के पास भी इतनी सुरक्षा नहीं थी, लेकिन जब वे मुंबई पहुंचे तो उनके पास थी. आप किससे डरते हैं ? संजय राउत ने आगे कहा, पार्टी कमजोर नहीं होगी, हमारी ऑक्सीजन शक्ति नहीं है. हम मजबूत नहीं हैं, क्योंकि हम सत्ता में हैं, हम मजबूत हैं और इसलिए हम सत्ता में हैं. लोग आते हैं और जाते हैं. उन्होंने हमारी पार्टी में शामिल होने का विकल्प चुना और बाहरी ताकतों के कारण चले गए. हम गांवों में जाएंगे, अन्य कार्यकर्ता ढूंढेंगे.
This (BJP & Shinde faction alliance) is a temporary arrangement, they will not be able to go to people. They were lions in Shiv Sena. Even Kasab didn't have so much security but they had when they reached Mumbai. What are you scared of?: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/Nl3JBL3wJP
— ANI (@ANI) July 4, 2022
Party won't weaken, our oxygen isn't power. We aren't strong because we are in power, we are strong & that's why we are in power.People come & go.They opted to join our party & left due to outside forces. We'll go to villages, will find other workers: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/xjGfhYDbhL
— ANI (@ANI) July 4, 2022
आपको बता दें कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद शिवसेना के भीतर ताजा मतभेद सामने आया है. महाराष्ट्र विधानसभा में अज स्पीकर के चुनाव को लेकर शिवसेना के दो धड़ों के बीच व्हिप को लेकर विवाद हो गया. इससे पहले, शिवसेना और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले धड़े दोनों ने अलग-अलग व्हिप जारी कर विधायकों को अपने अपने उम्मीदवारों को वोट देने का निर्देश दिया था. बता दें कि विधानभवन में स्थित शिवसेना कार्यालय को बंद कर दिया गया था. हालांकि कार्यालय को किसके कहने पर बंद किया गया यह अबतक साफ नहीं हो सका है.