Maharashtra Election 2024 : महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों पर मतदान सुबह सात बजे से जारी है. यहां मुकाबला महायुति और एमवीए गठबंधन के बीच है. प्रदेश के दोनों गठबंधन की खास नजर विदर्भ क्षेत्र की 62 सीट पर है. इन सीटों ने ऐतिहासिक रूप से सरकार बनाने में अहम भूमिका निभायी है. कभी कांग्रेस का गढ़ रहे पूर्वी महाराष्ट्र के इस क्षेत्र में 1990 के दशक में बीजेपी ने अपनी पैठ बनायी थी. इसी इलाके से बीजेपी को अपना पहला मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) बनाने में मदद मिली.
देवेंद्र फडणवीस 2014 से 2019 तक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे. विदर्भ के नागपुर में ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय है. उप मुख्यमंत्री फडणवीस (नागपुर दक्षिण पश्चिम) के अलावा कई कद्दावर नेता विदर्भ की विभिन्न विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं. उम्मीद की जा रही है कि विदर्भ एक बार फिर यह तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायेगा कि मुंबई में मंत्रालय (राज्य सचिवालय) का नियंत्रण किसके हाथ में होगा?
विदर्भ से कौन-कौन नेता आजमा रहे हैं किस्मत?
विदर्भ से अपनी किस्मत आजमा रहे दिग्गजों में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (भंडारा जिले की साकोली सीट से), प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले (नागपुर जिले की कैम्पटी सीट), निवर्तमान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष एवं कांग्रेस उम्मीदवार विजय वडेट्टीवार (चंद्रपुर जिले की ब्रह्मपुरी सीट से) और बीजेपी के वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार (चंद्रपुर जिले के बल्लारपुर सीट से) शामिल हैं.
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राजनीतिक विश्लेषक ने विदर्भ को लेकर क्या कहा?
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने राजनीतिक विश्लेषक एवं वरिष्ठ पत्रकार रामू भागवत से बात की. उनका कहना है कि ऐतिहासिक रूप से जो राजनीतिक दल विदर्भ में अधिकतम सीट जीतता है, वही महाराष्ट्र की सत्ता पर काबिज होता है. यही कारण है कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस विदर्भ के 11 जिलों पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं, जिनमें 62 विधानसभा सीट हैं. बीजेपी सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन की घटक है, जबकि कांग्रेस विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) में शामिल है.
बीजेपी और कांग्रेस ने विदर्भ में कितने उम्मीदवार उतारे, जानें यहां
महायुति गठबंधन के तहत बीजेपी महाराष्ट्र में जिन लगभग 150 सीट पर चुनाव लड़ रही है, उनमें 33 प्रतिशत या 47 सीट विदर्भ की हैं. कांग्रेस ने कुल 102 सीट पर उम्मीदवार उतारे हैं जिनमें से 39 विदर्भ क्षेत्र में हैं. भागवत ने कहा, ‘‘ यह क्षेत्र इस मायने में भी अहम है क्योंकि मुख्यंमत्री पद के दावेदार समझे जाने वाले दो दिग्गज बीजेपी के फडणवीस और प्रदेश कांग्रेस प्रमुख पटोले इसी क्षेत्र से आते हैं.’’ भागवत ने बताया कि 2014 में बीजेपी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए विदर्भ की 62 सीट में से 44 पर जीत हासिल की थी, जिससे उसे महाराष्ट्र में अपनी पहली सरकार बनाने में मदद मिली थी. हालांकि 2019 के चुनाव में बीजेपी को झटका लगा और उसकी सीटें घटकर 29 रह गईं.