Maharashtra Election Results: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति की प्रचंड जीत के पीछे कुछ ऐसे हीरो हैं, जिसने खुद को पर्दे के पीछे रखा और लगातार काम करते गए. उनकी रणनीति का परिणाम है कि महायुति ने महाराष्ट्र में वो काम कर दिखाया, जो आज तक कभी नहीं हुआ था. यानी किसी गठबंधन को महाराष्ट्र में पहली बार 230 सीटें मिलीं. इससे पहले 2019 में …. सीटें मिली थीं. क्या ये खुद–ब–खुद हो गया? या किसी ने इसके लिए दिनरात लगा दिया? जानते हैं
‘सचिन–सौरव’ जैसी ‘अश्विनी–भूपेंद्र’ की जोड़ी
2000 के दशक में सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगूली की ओपनिंग जोड़ी ने पूरी दुनिया में रन बनाए. वे किसी भी मैदान पर गए निर्भीक और मैच जिताऊ पारी खेले. एकदम वैसी ही है बीजेपी के पास वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव की जोड़ी है. दोनों ने आरएसएस की ओर से तैयार की गई पिच पर हरफनमौला प्रदर्शन किया.
पहले मध्यप्रदेश, अब महाराष्ट्र में कमाल
लोकसभा चुनावों में महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी नेतृत्व ने यादव-वैष्णव की जोड़ी पर फिर से भरोसा जताया. इससे पहले इसी जोड़ी ने मध्यमप्रदेश में बेहद कठिन माने जा रहे चुनाव में कमल खिलाया था. इसीलिए दोनों को जून में ही महाराष्ट्र में बीजेपी के चुनावी अभियान की कमान दी गई. भूपेंद्र यादव को प्रभारी और अश्विनी वैष्णव को सह-प्रभारी नियुक्त किया गया.
दोनों ने दो बड़े काम किए
दोनों नेता हरकत में आए और पहले पार्टी के भीतर असंतुष्ट वर्गों को साधने में कामयाब रहे
फिर विभिन्न छोटे जाति समूहों से संपर्क किया
सबसे बड़ी चुनौती आरएसएस के साथ तालमेल, उसे भी बिठा लिया
महाराष्ट्र के चुनाव में आरएसएस भले सीधे तौर पर चुनाव न लड़ रहा हो लेकिन जनमानस तैयार करने में महती भूमिका अदा करता है. लोकसभा चुनाव के दरम्यान बीजेपी यही फिसल गई थी. लेकिन इस जोड़ी कमान संभालते ही इस मौर्चे पर पूरी शक्ति झोंक दी.
यादव-वैष्णव की जोड़ी ने मध्यप्रदेश चुनाव में भी किया था कमाल
भूपेंद्र यादव और अश्विनी वैष्णव की जोड़ी, पहली बार कोई कमाल नहीं की है, बल्कि 2023 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में भी दोनों ने धमाकेदार प्रदर्शन किया था. बीजेपी ने दोनों को चुनावी अभियान का नेतृत्व सौंपा था. जिसका परिणाम रहा कि पार्टी ने राज्य की 230 विधानसभा सीटों में से 163 पर जीत दर्ज कर अपनी सत्ता बरकरार रखी. जबकि बड़ी–बड़ी सर्वे कंपनियां प्रदेश में भारी एंटी–इंकम्बेंसी का दावा कर रही थीं.
फिर दिखा गृहमंत्री अमित शाह का ‘चाणक्य’ अवतार
2024 लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के बाद अमित शाह ने पुणे में स्टेट एग्जीक्यूटिव की मीटिंग की थी और पार्टी का एजेंडा तय किया था. अमित शाह को भले की लोग चाणक्य मानते हैं, लेकिन शाह इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. उन्होंने एक बार कहा था, “मैंने खुद के चाणक्य होने का दावा नहीं किया. उन्होंने कहा था, मैं कभी चाणक्य नहीं बन सकता. उनके आगे मैं बहुत छोटा आदमी हूं.” पर यही भी उन्हें तब कहना पड़ा था जब उनके बारे में ऐसी बातें होने लगी थीं. दरअसल बीजेपी के लोगों में यह बेहद मशहूर है कि अमित शाह अंदरखाने जबरदस्त रणनीति बनाते हैं जिसका सफलता की दर अधिक होती है.
ऐसा रहा महाराष्ट्र का रिजल्ट
बीजेपी महायुति गठबंधन ने प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है. महायुति ने 288 सदस्यीय विधानसभा की 230 सीट पर जीत दर्ज की. जबकि कांग्रेस नीत महा विकास आघाडी (MVA) महज 46 सीट पर सिमटकर रह गई.
किस पार्टी ने कितनी सीटें जीती
बीजेपी – 132 सीट
शिवसेना (शिंदे गुट) 57 सीट
NCP (अजित पवार गुट) – 41 सीट
NCP (शरदचंद्र पवार) – 10 सीट
कांग्रेस – 16 सीट
शिवसेना (UBT) – 20 सीट