महाराष्ट्र विधान परिषद के चुनाव में ‘क्रॉस वोटिंग’ के बाद राजनीति गरम हो चुकी है. कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने मामले पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा है कि विधानपरिषद की 11 सीटों पर हुए चुनाव में ‘क्रॉस-वोटिंग’ करने वाले पार्टी के ‘गद्दारों’ की पहचान कर ली गयी है. इन लोगों को कीमत चुकानी पड़ेगी.
नाना पटोले ने दावा किया कि इन्हीं ‘‘गद्दारों’’ की वजह से दो साल पहले विधानपरिषद चुनावों में कांग्रेस नेता चंद्रकांत हंडोरे की हार हुई थी. पटोले ने किसी का नाम लिए बिना मीडिया के समक्ष कहा कि इस बार एक जाल बिछाया गया और उनकी पहचान कर ली गयी है. उन्हें सजा दी जाएगी ताकि कोई भी फिर से पार्टी के साथ विश्वासघात करने की हिम्मत नहीं जुटा सके.
बीजेपी ने संविधान की हत्या की : संजय राउत
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) सांसद संजय राउत ने मामले को लेकर मीडिया के सवालों के जवाब में कहा कि कांग्रेस ने स्वीकार कर लिया है कि ‘क्रॉस-वोटिंग’ हुई है. वे अब कार्रवाई करेंगे. केंद्र सरकार इमरजेंसी लगाने को ‘संविधान हत्या दिवस’ के रूप में मनाने जा रही है. क्या अयोग्य घोषित किये जाने का सामना कर रहे विधायकों द्वारा विधानपरिषद सदस्य चुना जाना असंवैधानिक नहीं है? विधायकों को घूस देकर अपने पाले में करना क्या असंवैधानिक नहीं है? वास्तव में बीजेपी ने संविधान की हत्या की है.
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सत्ताधारी महायुति गठबंधन का रहा अच्छा प्रदर्शन
बीजेपी, शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सत्ताधारी महायुति गठबंधन ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानपरिषद की 11 में से उन सभी 9 सीट पर जीत दर्ज की, जिस पर चुनाव लड़ा था. शरद पवार की अगुवाई वाली एनसीपी (शरदचंद्र पवार) द्वारा समर्थित एक उम्मीदवार की हार की वजह से विपक्षी महा विकास आघाडी (एमवीए) को इस द्विवार्षिक चुनाव में झटका लगा. परिणामों से पता चलता है कि कांग्रेस के कम से कम 7 विधायकों ने मतदान करते समय पार्टी के निर्देशों की अवहेलना की. कांग्रेस के विधानसभा में कुल 37 विधायक हैं.