प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 103वें एपिसोड को संबोधित करेंगे. जिसका प्रसारण देशभर के रेडियो स्टेशन और तमाम टीवी चैनलों में सुबह 11 बजे प्रसारण किया जाएगा. पीएम मोदी इससे पहले 18 जून को मन की बात कार्यक्रम को संबोधित किया था. जिसमें उन्होंने जम्मू-कश्मीर सहित कई मुद्दों पर चर्चा की थी.
मणिपुर हिंसा पर चर्चा कर सकते हैं पीएम मोदी
मन की बात कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मणिपुर हिंसा पर भी चर्चा कर सकते हैं. आज देश-दुनिया में इस हिंसाग्रस्त राज्य की चर्चा सबसे अधिक हो रही है. वहीं पिछले 90 दिनों से हिंसा की घटनाएं हो रही हैं. मैतेई और कुकी समुदाय के बीच शुरू हुई जातीय हिंसा थमने का नाम नहीं ले रहा है. 3 मई को शुरू हुई हिंसा के अगले ही दिन राज्य में एक भीड़ द्वारा दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर सड़क पर परेड कराने का मामला सामने आया. करीब 75 दिनों के बीत जाने के बाद उस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद देशभर में आक्रोश और बढ़ गया. लोग उस घटना की निंदा करने लगे. विपक्षी दल के नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस घटना पर संसद में बयान देने की मांग कर रहे हैं. हालांकि संसद का मानसून सत्र शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने महिलाओं के साथ बर्बरता पर बयान दिया था और घटना की जमकर निंदा की थी.
पीएम मोदी ने 102वें एपिसोड में की थी जम्मू-कश्मीर की चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले एपिसोड में जम्मू-कश्मीर की चर्चा की थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि आजकल हमारे देश में जम्मू-कश्मीर की खूब चर्चा होती है. कभी बढ़ते पर्यटन के कारण, तो कभी G-20 के शानदार आयोजनों के कारण. कश्मीर के ‘नादरू’ देश के बाहर भी पसंद किए जा रहे हैं. अब जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के लोगों ने एक कमाल कर दिखाया है. बारामूला में खेती-बाड़ी तो काफी समय से होती है, लेकिन यहां दूध की कमी रहती थी. बारामूला के लोगों ने इस चुनौती को एक अवसर के रूप में लिया. यहां बड़ी संख्या में लोगों ने डेयरी का काम शुरू किया. इस काम में सबसे आगे यहां की महिलाएं आईं. पीएम मोदी ने एक महिला किसान के बारे में बताया था, जिनका नाम इशरत नबी है. पीएम मोदी ने बताया, इशरत स्नातक पास महिला हैं, उन्होंने मीर सिस्टर्स डेयरी फार्म शुरू किया है. उनके डेयरी फार्म से हर दिन करीब डेढ़-सौ लीटर दूध की बिक्री हो रही है. ऐसे ही सोपोर के एक साथी हैं, वसीम अनायत. वसीम के पास दो दर्जन से ज्यादा पशु हैं और वो हर दिन दो-सौ लीटर से ज्यादा दूध बेचते हैं. एक और युवा आबिद हुसैन भी डेयरी का काम कर रहें हैं. इनका काम भी खूब आगे बढ़ रहा है. ऐसे लोगों की मेहनत की वजह से ही आज बारामूला में हर रोज साढ़े 5 लाख लीटर दूध उत्पादन हो रहा है. पूरा बारामूला, एक नयी श्वेत क्रांति की पहचान बन रहा है. पिछले ढाई-तीन वर्षों में यहां 500 से ज्यादा dairy units लगी हैं.