गुरुग्राम : हरियाणा के नूंह जिले में एक नया बवाल खड़ा हो गया है. यह बवाल तब खड़ा हो गया, जब शहर के पांडुराम चौक इलाके में एक परिवार द्वारा आयोजित धार्मिक जुलूस पर कुछ अज्ञात संदिग्धों ने पत्थरबाजी कर दी. हालांकि, मीडिया की रिपोर्ट में बताया जा रहा है कि पथराव करने वालों में बच्चे शामिल थे. इस घटना में करीब महिलाएं घायल हो गईं. यह घटना गुरुवार की है. इसके बाद शहर में तनाव व्याप्त हो गया. पुलिस का कहना है कि इस घटना के विरोध में शहर भर के बाजारों की दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद कर दिए गए और कारोबारियों ने पथराव करेन वालों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करने की मांग की.
कुआं पूजन के दौरान पथराव
पुलिस का कहना है कि गुरुवार को नूंह के पांडुराम चौक निवासी राम अवतार और उनके परिवार ने कुआं पूजन समारोह आयोजित किया था. राम अवतार का परिवार और उनके रिश्तेदार पास ही के शिव मंदिर तक जाने के लिए घर से निकले थे. उसी समय उनके परिवार के लोगों पर कुछ अज्ञात लोगों ने पथराव कर दिया. पुलिस का कहना है कि कुआं पूजन समारोह में राम अवतार के परिवार और रिश्तेदार मिलाकर करीब 20 लोग शामिल थे. गुरुवार की रात करीब आठ बजे ये लोग जब मदरसे के सामने से गुजरने लगे, तो उन पर पथराव किया गया. इसके बाद अफरा-तफरी मच गई और लोग बचने के लिए जगह खोजने लगे. इस भगदड़ में तीन महिलाएं घायल हो गईं, जिन्हें इलाज के लिए नूंह के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.
घटना के बाद इलाके में पुलिस तैनात
पुलिस ने बताया कि इस घटना के बाद एतियात के तौर पर इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात कर दिया गया. घटनास्थल का मुआयना करने के बाद नूंह के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारनिया ने कहा कि मदरसे के मौलवी ने कहा कि स्कूल के कुछ छात्र घटना में शामिल थे, लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार किया कि उन्होंने पथराव किया था. वहीं, नूंह पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) कृष्ण कुमार ने कहा कि मदरसा कर्मचारियों ने इस बात को स्वीकार किया है कि नाबालिग बच्चों ने गलती से इस घटना को अंजाम दिया है. हालांकि, उन कर्मचारियों का यह भी कहना है कि उस वे बच्चे चप्पलों से खेल रहे थे. मदरसा के कर्मचारियों ने कहा कि खेल-खेल में बच्चों के चप्पल कुआं पूजन करने जा रही महिलाओं पर गिर गया. हालांकि, परिवार के लोगों की शिकायत पर पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है. उन्होंने कहा कि पुलिस हर पहलू पर जांच कर रही है.
अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि राम अवतार की शिकायत पर नूंह थाने में अज्ञात संदिग्धों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 148 (दंगा, घातक हथियार से लैस), 149 (गैरकानूनी सभा), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 341 (गलत तरीके से रोकना) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की कर ली गई है. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच एक बैठक हुई और अब स्थिति नियंत्रण में है.
Also Read: नूंह हिंसा: जानें कौन हैं मामन खान जिनकी गिरफ्तारी के बाद मोबाइल इंटरनेट सेवा कर दी गई सस्पेंड
विहिप ने की घटना की निंदा
उधर, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने नूंह में हिंदू दलित महिलाओं पर पथराव की कथित घटना की शुक्रवार को निंदा की और कहा कि धर्म परिवर्तन के लिए माहौल बनाया जा रहा है. विहिप की राज्य इकाई के अध्यक्ष और पूर्व न्यायाधीश पवन कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि कुछ मदरसों के मौलवियों ने बेगुनाह लोगों का ‘ब्रेनवॉश’ किया, जिन्होंने हिंदू रिवाज ‘कुआं पूजन’ के दौरान दलित महिलाओं पर पथराव किया. उन्होंने घटना को निंदनीय करार दिया.