पलानीअप्पन चिदंबरम एक भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व वकील हैं, जो वर्तमान में राज्यसभा के सांसद के रूप में कार्यरत हैं. उन्होंने 2017 से 2018 तक गृह मामलों की संसदीय स्थायी समिति के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. चिदंबरम चार बार केंद्रीय वित्त मंत्री रह चुके हैं. हाल ही में, उन्होंने गृह मंत्री के रूप में तीन साल की अवधि को छोड़कर, 2004 से 2014 तक संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की संपूर्णता के लिए भूमिका निभाई, जिसके दौरान उन्होंने 26/11 के आतंकवादी हमले के लिए भारत की घरेलू सुरक्षा प्रतिक्रिया का निरीक्षण भी किया.
कपिल सिब्बल एक भारतीय वकील और राजनीतिज्ञ हैं. सिब्बल ने भारत के सर्वोच्च न्यायालय में कई हाई-प्रोफाइल मामलों का प्रतिनिधित्व किया है और उन्हें व्यापक रूप से भारत के प्रसिद्ध वकीलों में से एक माना जाता है. वह राज्यसभा में संसद सदस्य हैं. सिब्बल ने पहली बार 1998 में बिहार का प्रतिनिधित्व करने के लिए राज्यसभा में प्रवेश किया. इससे पहले, उन्होंने सुषमा स्वराज के खिलाफ लोकसभा के लिए असफल चुनाव लड़ा था. बाद में उन्होंने चांदनी चौक से चुनाव लड़ा और 2004 और 2009 में जीते.
मीसा भारती बिहार राज्य की एक भारतीय राजनीतिज्ञ और लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की बेटी हैं. 2014 में, उन्होंने पाटलिपुत्र की लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और राजद के बागी राम कृपाल यादव से हार गई थीं. वह 2019 के चुनाव में भी पाटलिपुत्र के उसी निर्वाचन क्षेत्र से 38000+ के अंतर से हार गईं. जून 2016 में, वह राज्यसभा द्विवार्षिक चुनावों के लिए पार्टी की उम्मीदवार थीं और बिहार से राम जेठमलानी के साथ निर्विरोध चुनी गईं.
संजय राजाराम राउत शिवसेना पार्टी के एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं. वह शिवसेना पार्टी के नेता उद्धव ठाकरे द्वारा प्रकाशित मराठी अखबार सामना के कार्यकारी संपादक भी हैं. संजय राउत कई बार विवादों में भी फंसे है.
दिनेश लाल यादव को निरहुआ के नाम से जाना जाता है. निरहुआ ने भोजपुरी इंडस्ट्री में एक से बढ़कर एक फिल्में दी है. निरहुआ 27 मार्च 2019 को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की उपस्थिति में लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी के सदस्य बनकर राजनीति में शामिल हुए. 3 अप्रैल 2019 को उन्हें भारतीय जनता पार्टी से आजमगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से 2019 का भारतीय लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया. उन्होंने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के खिलाफ असफल चुनाव लड़ा. वह अखिलेश यादव से 259,874 मतों के अंतर से हार गए. आजमगढ़ निर्वाचन क्षेत्र से 2022 के उपचुनाव में, उन्होंने समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव के खिलाफ 8,700 मतों के अंतर से जीत हासिल की.
महुआ माजी एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं और झारखंड मुक्ति मोर्चा के सदस्य के रूप में झारखंड से भारत की संसद के ऊपरी सदन, राज्यसभा के सदस्य हैं. महुआ माजी हिंदी की वरिष्ठ साहित्यकार और जेएमएम की महिला मोर्चा की केंद्रीय अध्यक्ष हैं. उन्हें राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष के तौर पर उन्हें राज्यभर की महिलाओं से जुड़ने का मौका मिला. वह जेएमएम महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. वह रांची विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ चुकी हैं, हालांकि इस चुनाव में वह हार गई थी.
Also Read: President Election: राष्ट्रपति चुनाव के लिए PM मोदी, अमित शाह सहित कई सांसद और विधायक ने डाला वोट, PHOTOS
आसन की ओर से शपथ लेने के लिए मनोनीत सदस्यों इलैया राजा और पी टी उषा के नाम पुकारे गए, लेकिन दोनों सदन में उपस्थित नहीं थे. पिछले दिनों राज्यसभा के द्विवार्षिक चुनावों में कुल 57 सदस्य राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. इनमें से 27 सदस्यों ने आठ जुलाई को शपथ ग्रहण किया था. इनमें केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारामन और पीयूष गोयल और कांग्रेस के जयराम रमेश सहित कुछ अन्य सदस्य शामिल थे. (भाषा इनपुट के साथ)