Narendra Modi oath: आज देश में एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने जा रही है. नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना सहित उसके पड़ोसी और हिंद महासागर क्षेत्र के सात देशों के नेता शामिल होंगे. हसीना और सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ पहले ही दिल्ली पहुंच चुके हैं. विदेश मंत्रालय के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह में हसीना और अफीफ के अलावा समारोह में भाग लेने वाले अन्य नेताओं में नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल ‘प्रचंड’, श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे शामिल हैं. शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के अलावा सभी नेता राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा आयोजित भोज में भी शामिल होंगे. मोदी जब 2019 में लगातार दूसरी बार प्रधानमंत्री बने तो उनके शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के नेताओं ने भाग लिया था.
शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर दिल्ली में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जमीन से लेकर आसमान तक नजर रखी जाएगी. पूरी दिल्ली को हाई अलर्ट पर रखा गया है. शपथ ग्रहण को लेकर दिल्ली में दो दिनों तक 9 और 10 जून को नो फ्लाई जोन घोषित किया गया है. इस दौरान सुरक्षा को लेकर जो गाइडलाइन दिए गए हैं, उसका उल्लंघन करने पर कड़ी कार्रवाई भी की जाएगी.
ट्रैफिक एडवाइजरी जारी
शपथ ग्रहण कार्यक्रम को देखते हुए ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी किया गया है. जिसके अनुसार रविवार को सुबह 6:45 बजे से रात 8 बजे तक आईपी मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, जवाहर लाल नेहरू, महात्मा गांधी मार्ग (आईपी फ्लाईओवर और शांति वन से वाई प्वाइंट के बीच भारी वाणिज्यिक वाहनों और बसों को बैन गिया गया है. दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की ओर से कहा गया है कि अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक परिवहन का अधिकतम उपयोग करें. शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों के बारे में डीसीपी ट्रैफिक प्रशांत गौतम ने बताया, हमने शपथ ग्रहण समारोह के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं. लगभग 1100 ट्रैफिक कर्मचारियों को तैनात किया गया है. शपथ ग्रहण समारोह में आने वाले विदेशी प्रतिनिधियों के लिए उचित इंतजाम किए गए हैं.
गृह, वित्त, रक्षा और विदेश जैसे महत्वपूर्ण विभाग बीजेपी के पास रहेंगे
ऐसा माना जा रहा है कि गृह, वित्त, रक्षा और विदेश जैसे महत्वपूर्ण विभागों के अलावा शिक्षा और संस्कृति जैसे दो मजबूत वैचारिक पहलुओं वाले मंत्रालय बीजेपी के पास रहेंगे, जबकि उसके सहयोगियों को पांच से आठ कैबिनेट पद मिल सकते हैं. पार्टी के भीतर जहां शाह और सिंह जैसे नेताओं का नये मंत्रिमंडल में शामिल होना तय माना जा रहा है, वहीं लोकसभा चुनाव जीतने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जैसे शिवराज सिंह चौहान, बसवराज बोम्मई, मनोहर लाल खट्टर और सर्बानंद सोनोवाल सरकार में शामिल होने के प्रबल दावेदार हैं. सूत्रों ने बताया कि तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के राम मोहन नायडू, जद(यू) के ललन सिंह, संजय झा और राम नाथ ठाकुर तथा लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान उन सहयोगियों में शामिल हैं जो नयी सरकार का हिस्सा हो सकते हैं.