भारतीय समाज में बेटियों के साथ लैंगिक भेदभाव आज भी जारी है, इसी भेदभाव को मिटाने और बेटियों को समान अधिकार दिलाने के लिए वर्ष 2008 में देश में बालिका दिवस के आयोजन की शुरुआत हुई थी. वर्ष 2021 में बालिका दिवस का थीम लिंगानुपात पर आधारित है, इसका कारण यह है कि देश में बच्चियों की संख्या लगातार कम हो रही है. ऐसे में सरकार कई ऐसी योजनाएं लेकर आयी हैं, जो बच्चियों के पालन-पोषण के लिए और उन्हें एक सुरक्षित भविष्य देने में आधार का काम करती हैं, तो आइए जानें वैसी ही कुछ योजनाओं के बारे में :-
1. सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) : केंद्र सरकार ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत सुकन्या समृद्धि योजना की शुरुआत की है और यह बालिकाओं के लिए सबसे चर्चित योजनाओं में से एक है. इस योजना के तहत बच्चियों की शिक्षा और उसकी शादी तक के खर्च की व्यवस्था की गयी है. सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता मात्र 250 रुपये की न्यूनतम राशि से खोला जा सकता है. इस योजना के तहत अधिकतम 1,50,000 रुपये से खाता खोला जा सकता है. इस योजना के तहत जमा की जाने वाली राशि में से 50 प्रतिशत की निकासी बच्ची के 18 साल की अवस्था में की जा सकती है. जमा की जाने वाली राशि पर सरकार ब्याज भी देती है. बच्ची के 21 साल के होने या फिर उसके विवाह के वक्त खाते से पूरी राशि निकाली जा सकती है. यह योजना लड़कियों के भ्रूण हत्या को रोकने के लिए लागू किया गया है, ताकि उसकी जिम्मेदारी मां-बाप को बोझ ना महसूस हो. बच्ची के जन्म के वक्त या फिर उसकी आयु 10 वर्ष होने तक इस योजना के तहत खाता खुल सकता है. यह खाता पोस्ट ऑफिस या बैंकों में खोला जा सकता है.
2. सीबीएसई छात्रवृत्ति योजना : बेटियों के लिए चलायी जा रही योजना में से एक महत्वपूर्ण योजना है सीबीएसई छात्रवृत्ति योजना. इस योजना का संचालन सीबीएसई बोर्ड ही करता है. बच्चियों को शिक्षित करना इस योजना का मूलमंत्र है. इस योजना के तहत लड़कियों को प्रति माह 500 रुपये की स्कॉलरशिप दी जाती है, ताकि मां-बाप पर उसकी शिक्षा का बोझ कम हो सके. यह योजना सिंगल गर्लचाइल्ड के लिए है, यानी जिस मां-बाप की इकलौती संतान बेटी है, उन्हें ही इसका लाभ मिलता है. यह योजना 11वीं और 12वीं की शिक्षा के लिए है, जो बेटी मैट्रिक की परीक्षा 60 प्रतिशत अंक के साथ उत्तीर्ण करती है उसे आगे की पढ़ाई के लिए इस योजना का लाभ मिलता है. इसके लिए एक फॉर्म स्कूल से सत्यापित करवाकर सीबीएसई को भेजना होता है, उसके बाद इस योजना का लाभ मिलता है. यह फॉर्म सीबीएसई के वेबसाइट पर उपलब्ध है.
3. बालिका समृद्धि योजना : यह योजना भी केंद्र सरकार द्वारा ही संचालित है. इस योजना का लाभ गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को मिलता है. एक परिवार की दो बेटियों को इस योजना का लाभ मिल सकता है. इसके तहत बेटी के जन्म पर सरकार द्वारा 500 रुपये उपहार स्वरूप दिये जायेंगे साथ ही उस बच्ची की शिक्षा के लिए कक्षा एक से 10वीं तक के लिए छात्रवृत्ति दी जायेगी. इस योजना का लाभ लेने के लिए सरकारी अस्पताल या आंगनबाड़ी केंद्र में उपलब्ध फॉर्म को भरना होगा. इसके लिए बच्ची का जन्मप्रमाण पत्र सहित माता-पिता के कुछ दस्तावेज जमा कराने होते हैं और आसानी से इस योजना का लाभ मिल जाता है.
Posted By : Rajneesh Anand
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