राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने खालिस्तानी आतंकी और प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एनआईए ने चंडीगढ़ और अमृतसर स्थित उसके स्वामित्व वाले घर के बाहर संपत्ति जब्ती का नोटिस चिपकाया गया है.
एनआईए ने निज्जर के घर के बाहर संपत्ति जब्ती का नोटिस चिपकाया
एनआईए मोहाली कोर्ट के आदेश पर जालंधर जिले के भारसिंहपुरा गांव में खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर के घर के बाहर संपत्ति जब्ती का नोटिस चिपकाया गया है.
#WATCH | Punjab: On the orders of the NIA Mohali court, a property confiscation notice has been pasted outside a house belonging to Khalistani leader Hardeep Singh Nijjar, in BharsinghPura village of Jalandhar district https://t.co/sARvrCBq3g pic.twitter.com/qayFaX0MZG
— ANI (@ANI) September 23, 2023
डेरा सच्चा सौदा पर हमला करने की तैयारी में था निज्जर
सूत्रों के हवाले से खबर है कि निज्जर डेरा सच्चा सौदा पर हमला करने की तैयारी में था. यही नहीं वह भारत में लोगों पर भी हमले करने की तैयारी में था.
हरदीप सिंह निज्जर ने पाकिस्तान में ली थी IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि हरदीप सिंह निज्जर ने पाकिस्तान में जगतार सिंह से IED ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी. मालूम हो भारत सरकार ने 2020 में निज्जर को UAPA के तहत आतंकी घोषित किया था. साथ ही भारत ने 2018 में निज्जर को लेकर कनाडा को डोजियर सौंपा था.
आपराधिक घटनाओं में निज्जर की संलिप्तता की जानकारी होने पर भी कनाडा ने कार्रवाई नहीं की
सूत्रों के हवाले से ये भी खबर है कि खालिस्तानी अलगावादी नेता हरदीप सिंह निज्जर फर्जी पासपोर्ट का इस्तेमाल करके उत्तरी अमेरिकी देश पहुंचा और कनाडा ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जबकि उसे यह बताया गया था कि वह हत्या और अन्य आतंकवादी मामलों समेत 12 से अधिक आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है.
निज्जर ने ऐसी हासिल की थी कनाडाई नागरिकता
सूत्रों ने बताया कि निज्जर यह दावा करते हुए कनाडा में शरण के लिए आवेदन किया था कि उसे भारत में डर है क्योंकि वह एक विशेष सामाजिक समूह से हैं. निज्जर के इस आवेदन को हालांकि अस्वीकार कर दिया गया था. उसका दावा खारिज होने के ग्यारह दिन बाद, उसने एक महिला के साथ विवाह किया, जिसने उसके अप्रवासन में मदद की थी. इस आवेदन को कनाडा में आव्रजन अधिकारियों ने भी खारिज कर दिया था. निज्जर ने इसके खिलाफ कनाडा की अदालतों में अपील की, हालांकि वह खुद को कनाडा का नागरिक होने का दावा करता रहा. बाद में उसे कनाडाई नागरिकता प्रदान की गई, जिसकी परिस्थितियां स्पष्ट नहीं हैं.
निज्जर के खिलाफ 2014 में इंटरपोल ने जारी किया था रेड कॉर्नर नोटिस
नवंबर 2014 में उसके खिलाफ ‘इंटरपोल रेड कॉर्नर नोटिस’ (आरसीएन) जारी किया गया था. सूत्रों ने बताया कि निज्जर के खिलाफ भारत में हत्या और अन्य आतंकवादी गतिविधियों के 12 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज थे. सूत्रों ने बताया कि मामलों का विवरण कनाडाई अधिकारियों के साथ साझा किया गया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. सूत्रों ने ये भी बताया कि इसके अलावा, आरसीएन के बावजूद कनाडाई अधिकारियों ने उसे उड़ान निषिद्ध सूची में डालने के अलावा कोई कार्रवाई नहीं की.