राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या पिछले महीने की 19 तारीख को लंदन में हाई कमीशन के बाहर खालिस्तान समर्थक प्रदर्शनकारियों के तरफ से किये गए हिंसक प्रदर्शन में पाकिस्तान का कोई हाथ है या फिर नहीं. बता दें प्रदर्शन मामले में पाकिस्तानी और खालिस्तानी समर्थकों से जुड़े साजिश की जानकारी मिली है. जानकारी मिलने के बाद NIA ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा दर्ज मामले को अपने अंडर में ले लिया.
पिछले दो वर्षों के दौरान खालिस्तानी समर्थक एक्सट्रिमिस्ट्स से जुड़े कई मामलों की जांच करते हुए एजेंसी ने पाकिस्तान के जासुसी एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस और यूके, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया, यूएस और कनाडा जैसे अलग-अलग देशों से संचालित खालिस्तानी समर्थक नेताओं के बीच एक मजबूत संबंध खोज निकाला था. अधिकारियों ने मामले पर बात करते हुए बताया कि- पिछले महीने लंदन में इंडियन हाई कमीशन के बाहर आंदोलन से संबंधित मामले में, कथित रूप से प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व करने में ब्रिटेन के खालिस्तानी नेताओं की भूमिका, अवतार सिंह खांडा, कट्टरपंथी उपदेशक के संदिग्ध हैंडलर और वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह सहित हाई कमिशन पर फोकस होगा.
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जानकारी के लिए बता दें खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) से जुड़े खांडा, और दो अन्य गुरचरण सिंह और जसवीर सिंह को विरोध प्रदर्शन के चार दिन बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल से एनआईए द्वारा ली गई फर्स्ट इनफार्मेशन रिपोर्ट (एफआईआर) में मुख्य संदिग्धों के रूप में नामित किया गया है. बता दें गृह मंत्रालय द्वारा यूके के गृह कार्यालय के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करने के बाद पिछले हफ्ते NIA ने दिल्ली पुलिस से जांच अपने हाथ में ली. ख़बरों की माने तो इस मामले की जांच के लिए एक टीम लंदन भी भेजी जा सकती है. नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया कि- जब भी यह जांच टीम लंदन जाएगी, वहां भारत विरोधी गतिविधियों में खालिस्तानी एक्सट्रिमिस्ट्स के शामिल होने और पाकिस्तान स्थित आकाओं अथवा नेताओं के साथ उनके संबंधों पर अपने जांच निष्कर्षों को यूके के साथ शेयर करेगी.
पिछले महीने की 19 तारीख को, खालिस्तानी समर्थक प्रदर्शनकारियों ने तिरंगे को नीचे खींच लिया था और पंजाब में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल और उनके सहयोगियों के खिलाफ कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा की गई कार्रवाई को लेकर लंदन में इंडियन हाई कमीशन में तोड़फोड़ करने का प्रयास भी किया था. घटना के वीडियो में कई प्रदर्शनकारियों को पीले और काले रंग के खालिस्तानी झंडे के साथ दिखाया गया है और वे अमृतपाल की मांग कर रहे हैं. बता दें अमृतपाल पंजाब पुलिस द्वारा कई अपराधों के लिए वांटेड है. वीडियो में दिखाया गया है कि एक प्रदर्शनकारी छज्जे पर चढ़ता है और भारतीय ध्वज को हाई कमिशन के सामने एक पोल से नीचे खींचता है ताकि दूसरे लोग उसका उत्साह बढ़ा सकें.