मणिपुर वीडियो मामले को लेकर संसद में विपक्षी पार्टियों का हंगामा जारी है. विपक्ष लगातार यह मांग कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के दोनों सदन में मणिपुर मामले पर जवाब दें. इसी मांग को लेकर विपक्ष सदन की कार्यवाही बाधित कर रहा है और आज संयुक्त विपक्ष इंडिया की तरफ से कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी दिया है, इस नोटिस पर लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने अपनी अनुमति दे दी है.
विपक्षी सदस्यों ने सदन में प्रधानमंत्री से जवाब देने की मांग की और खूब हल्ला किया. ‘प्रधानमंत्री सदन में आओ’ और ‘वी वांट जस्टिस’ जैसे नारे भी लगाये गये. विपक्ष की मांग है कि सरकार मणिपुर वीडियो मामले पर सदन में चर्चा कराये. सत्ता पक्ष भी लगातार यह कह रहा है कि वे सदन मणिपुर मामले पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन इसके लिए माहौल बनाना होगा. 12 बजे जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्ष को अविश्वास प्रस्ताव लाने की अनुमति दे दी. प्रस्ताव पर पहले चर्चा होगी उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी.
आज सुबह 11 बजे जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो अध्यक्ष ओम बिरला ने कारगिल विजय दिवस के मौके पर सेना के जवानों के शौर्य और पराक्रम का उल्लेख किया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी, उसके बाद कुछ देर का मौन रखा गया, उसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया. कार्यवाही शुरू होने के महज 15 मिनट बाद ही कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी. आज प्रश्नकाल की कार्यवाही शुरू भी नहीं हो पायी क्योंकि जैसे ही इसकी शुरुआत हुई कांग्रेस और विपक्षी दलों के सदस्य मणिपुर के मुद्दे को उठाने लगे और नारेबाजी करने लगे.
लोकसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सदन में उनका अपमान हो रहा है. उन्हें बोलने से रोका जा रहा है. मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि सदन में उनका माइक बंद कर दिया गया ताकि आवाज सुनी ना जा सके. यह सिर्फ उनका नहीं बल्कि जनता का अपमान है. इधर राज्यसभा में भी मणिपुर मुद्दे को लेकर हंगामा शुरू हुआ और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गयी.
कांग्रेस पार्टी की ओर से यह जानकारी दी गयी है कि अविश्वास प्रस्ताव सदन में पार्टी के उपनेता गौरव गोगोई पेश करेंगे. यह अविश्वास प्रस्ताव संयुक्त विपक्ष की सहमति से लाया जा रहा है. विपक्ष की एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और दिग्गज नेता सोनिया गांधी भी सदन पहुंची हैं. विपक्ष का कहना है कि सरकार के अहंकार को तोड़ने और मणिपुर के मुद्दे पर पीएम मोदी को बोलने के लिए बाध्य करने के लिए अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है. लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पेश करने वाले सांसद गौरव गोगोई असम के कालियाबोर सीट से सांसद हैं.
विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के सदस्यों की मंगलवार को बैठक हुई थी जिसमें मणिपुर मुद्दे पर सरकार को घेरने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बारे में फैसला हुआ था.
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ज्ञात हो कि नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ इससे पहले 2018 में विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था. उस अविश्वास प्रस्ताव के खिलाफ पीएम मोदी ने जो भाषण दिया था वो आज सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. उस भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि विपक्ष को मेरी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फिर मौका मिलेगा. अपने भाषण में नरेंद्र मोदी ने विपक्ष को अहंकारी बताया था और यह कहा था कि वे अपने अहंकार की वजह से 400 से 40 पर आ गये हैं.
गौरतलब है कि मणिपुर में जारी हिंसा के बीच चार मई को दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने का वीडियो 19 जुलाई को सामने आया था जिसके बाद देशभर में गुस्से का माहौल था. 20 जुलाई से संसद का सत्र शुरू हुआ है जिसमें विपक्ष लगातार सरकार को घेर रहा है और इस मुद्दे पर पीएम से जवाब मांग रहा है. मणिपुर में तीन मई को हिंसा भड़क उठी थी, इस हिंसा में अबतक 160 से अधिक लोगों की मौत हुई है. हिंसा के दौरान मैतई और कुकी समुदाय के लोग आमने-सामने हैं.