नई दिल्ली : नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के लिए अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट यानी एबीसी को लॉन्च किया है. इसके जरिए देश में हायर एजुकेशन हासिल करने वाले विद्यार्थी एक ही समय में विभिन्न कॉलेज और यूनिवर्सिटीज में अपनी पसंद के सब्जेक्ट को पढ़ पाएंगे. यह बात दीगर है कि देश में अब तक ऐसा कर पाना संभव नहीं था, लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी ने ऐसा कर दिखाया है. आइए जानते हैं कि इस एबीसी की क्या है खासियत…?
यूजीसी की ओर से नोटिफाई अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट सिस्टम्स यानी एबीसी में हायर एजुकेशन हासिल करने वाला हर विद्यार्थी अपना अकाउंट खोल सकेगा. इसकी सहायता से विद्यार्थी अपनी पसंद के सब्जेक्ट को पढ़ सकने में कामयाबी हासिल कर सकेंगे. इस सिस्टम को एजुकेशन मिनिस्ट्री ने यूजीसी (एस्टाब्लिशमेंट ऑपरेशन ऑफ एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट इन हाई एजुकेशन) रेग्युलेशन-2021 नाम दिया है. इसका नोटिफिकेशन बुधवार को जारी किया गया है.
यूजीसी के नोटिफिकेशन के अनुसार, एबीसी के जरिए हायर एजुकेशन पाने वाले विद्यार्थियों राष्ट्रीय स्तर पर सुविधा मुहैया कराई जाएगी. इसके जरिए विद्यार्थियों को बीच में पढ़ाने छोड़ने, उस पढ़ाई का प्रमाण पत्र पाने और फिर जहां से उसने पढ़ाने छोड़ी है, वहां से शुरू करने की सुविधा दी जाएगी. इस सुविधा के जरिए विद्यार्थी जरूरत पड़ने पर अपना पाठ्यक्रम और सब्जेक्ट बदल सकेंगे.
इतना ही नहीं, वे पूरी तरह से अपना डिसिप्लिन बदल सकेंगे यानी कॉमर्स का विद्यार्थी साइंस ले सकेगा और आर्ट्स का विद्यार्थी फिजिक्स की पढ़ाई कर सकेगा. महत्वपूर्ण यह है कि उसने अब तक जो पढ़ाई की है, वह बेकार नहीं जाएगी, बल्कि इसका क्रेडिट स्कोर उसके खाते में जुड़ेगा. बच्चों के इस क्रेडिट का रिकॉर्ड एबीसी में रखा जाएगा. हर विद्यार्थी के लिए एक अकाउंट बनाया जाएगा, जहां उसके अध्ययन से जुड़ी जानकारियां स्टोर की जाएंगी.
बता दें कि एबीसी के जरिए पाठ्यक्रम ढांचे को व्यापक स्तर पर लचीलापन बनाया जाएगा. एबीसी विद्यार्थियों को सब्जेक्ट्स का विकल्प प्रदान करेगा. इसके अलावा, विद्यार्थियों के पास अध्ययन के लिए नए विषय, नए तरीके, आकर्षक पाठ्यक्रम प्रदान करेगा. कुल मिलाकर इससे विद्यार्थियों को अध्ययन की आजादी मिलेगी. उनके पास देश के कई संस्थानों में पढ़ने का विकल्प होगा.
एबीसी एक ऑनलाइन स्टोर हाउस होगा, जहां विद्यार्थियों का क्रेडिट स्कोर को डिजिटली या वर्चुअली स्टोर किया जाएगा. इसे शैक्षणिक संस्थाएं ऑपरेट करेंगी और विद्यार्थी इसके स्टेकहोल्डर होंगे. इस डेटा बैंक से सभी जरूरी जानकारियां हासिल की जा सकेंगी. अकादमिक बैंक शैक्षणिक गतिविधियों के उद्देश्य के लिए काम करेगा. इसके काम करने का तरीका व्यावसायिक बैंकों जैसा ही होगा. एबीसी से मिलने वाली सुविधाओं में क्रेडिट वैरिफिकेशन, क्रेडिट ट्रांसफर, क्रेडिट जोड़ना शामिल है. इसके अलावा इसके जरिए शैक्षणिक डिग्री को भी प्रमाणित किया जा सकेगा.
Posted by : Vishwat Sen