नयी दिल्ली : इजरायली स्पाईवेयर पेगासस के जरिये भारत में जासूसी कराये जाने को लेकर कांग्रेस ने केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला. कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बर्खास्त करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका की जांच की मांग उठायी. कांग्रेस नेता ने 40 पत्रकार, तीन शीर्ष विपक्षी नेता, एक संवैधानिक प्राधिकरण, एक एससी जज, कई व्यवसायी और दो मोदी सरकार के अपने कैबिनेट मंत्रियों की जासूसी किये जाने की बात कही है. इस पर गृहमंत्री ने कहा है कि आप आप क्रोनोलोजी समझिए.
कांग्रेस नेताओं के आरोपों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि ”विघटनकारी और अवरोधक शक्तियां अपने षड्यंत्रों से भारत की विकास यात्रा को नहीं रोक पायेंगी. मानसून सत्र देश में विकास के नये मापदंड स्थापित करेगा.” उन्होंने कहा है कि मानसून सत्र शुरू होने के बाद आज के घटनाक्रम को पूरे देश ने देखा. मानसून सत्र से ठीक एक दिन पहले आयी एक रिपोर्ट को कुछ वर्गों द्वारा खास उद्देश्य से फैलाया जाता है कि कैसे भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारा जाये और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत को अपमानित किया जाये.
मानसून सत्र से देशवासियों की अपेक्षाएं और उम्मीदें जुड़ी हैं. देश के किसानों, युवाओं, महिलाओं और समाज के गरीब व वंचित वर्ग के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण विधेयक सदन में सार्थक बहस और चर्चा के लिए तैयार हैं. प्रधानमंत्री ने भी केंद्रीय मंत्रिपरिषद का विस्तार करते हुए देश के हर कोने से समाज के हर वर्ग महिलाओं, किसान, दलित और पिछड़े वर्ग से चुनकर आये सदस्यों को विशेष प्रतिनिधित्व दिया. लेकिन, कुछ देशविरोधी ताकतें पीएम मोदी द्वारा महिलाओं और समाज के पिछड़े व वंचित वर्ग को दिये गये सम्मान को पचा नहीं पा रही हैं.
अमित शाह ने कहा है कि ये वही हैं, जो देश की प्रगति बाधित करने का प्रयास करते रहते हैं. सवाल उठता है कि ये किसके इशारे पर भारत की छवि को धूमिल कर रहे हैं? जनाधार खो चुकी कांग्रेस को कूदते देखना ना तो अप्रत्याशित लगता है और ना ही आश्चर्यजनक. लोकतंत्र को कुचलने का कांग्रेस के पास अच्छा अनुभव है. संसद की पुरानी व समृद्ध परंपरा के मुताबिक, जब प्रधानमंत्री ने लोकसभा और राज्यसभा में नये मंत्रिपरिषद का परिचय कराने उठे तो कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं ने दोनों सदनों में कार्यवाही बाधित की.
गृहमंत्री ने कहा कि आज मैं गंभीरता से कहना चाहता हूं कि इस तथाकथित रिपोर्ट के लीक होने का समय और फिर संसद में ये व्यवधान… आप क्रोनोलोजी समझिये! यह भारत के विकास में विघ्न डालनेवालों की भारत के विकास के अवरोधकों के लिए एक रिपोर्ट है. कुछ विघटनकारी वैश्विक संगठन हैं, जो भारत की प्रगति पसंद नहीं करते. ये अवरोधक भारत के वो राजनीतिक षड्यंत्रकारी हैं, जो नहीं चाहते कि भारत प्रगति कर आत्मनिर्भर बने. देश की जनता इस क्रोनोलोजी को अच्छे से समझती है.