माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके भाई व पूर्व विधायक अशरफ की शनिवार देर रात गोलीमार कर हत्या कर दी गयी. जिसके बाद कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए विपक्ष ने योगी आदित्यनाथ सरकार को बर्खास्त करने की मांग की. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी अशरफ की हत्या को लेकर सवाल उठाया और योगी से इस्तीफा मांगा.
ओवैसी ने योगी से मांगा इस्तीफा
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, कल जो हत्या हुई है उसकी जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की है. अगर उनमें संवैधानिक नैतिकता जिंदा है तो उनको अपने पद को छोड़ना पड़ेगा. हम मांग करते है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री इस्तीफा दें.
ओवैसी ने जांच दल बनाने की मांग की
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, अतीक अहमद और अशरफ की हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट से जांच दल बनाने की मांग की. उन्होंने कहा, इसमें सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एक कमेटी बननी चाहिए. मैं सुप्रीम कोर्ट से गुजारिश करता हूं वह इसका स्वत: संज्ञान ले और इस पर एक समय सीमा में जांच होनी चाहिए. इस कमेटी में उत्तर प्रदेश का कोई भी अधिकारी न हो क्योंकि उनकी मौजूदगी में यह हत्या हुई है. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए ओवैसी ने कहा, संविधान के मुताबिक उन सब पुलिस वालों को उनकी सर्विस से निकालना चाहिए.
#WATCH | I have always been saying that BJP in Uttar Pradesh is not running the government by the rule of law but by the rule of gun: AIMIM chief Asaduddin Owaisi on Mafia-turned-politician Atiq Ahmed and his brother Ashraf shot dead in Prayagraj pic.twitter.com/vHbmBrwQbP
— ANI (@ANI) April 16, 2023
ओवैसी ने धार्मिक नारे पर भी उठाया सवाल
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद लगाये गये धार्मिक नारे पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, आप गोली मारकर धार्मिक नारा क्यों लगा रहे हैं? इनको आतंकवादी नहीं कहेंगे तो देश भक्त कहेंगे? क्या यह (भाजपा) फूल का हार पहनाएंगे? जो लोग एनकाउंटर का जश्न मना रहे थे, शर्म से ढूब मरो तुम लोग.
यूपी में कानून की नहीं, बंदूक की सरकार : ओवैसी
अतीक और अशरफ अहमद की हत्या पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, मैं शुरू से कह रहा था कि उत्तर प्रदेश में भाजपा सरकार कानून के मुताबिक नहीं बल्कि बंदूक के दम पर चल रही है. हम लोग इसी बात को दोहरा रहे थे लेकिन सबको लगता था कि हम हवाई बातें कर रहे हैं. इससे लोगों में संविधान में विश्वास कम होगा. इस घटना की निंदा करने के लिए शब्द नहीं हैं.