भगोड़ा आरोपी अमृतपाल सिंह का साथी और दिल्ली के पश्चिम पंजाबी बाग निवासी दलजीत सिंह कलसी फिलहाल पंजाब पुलिस की हिरासत में हैं. दलजीत सिंह अमृतपाल सिंह का प्रमुख सहयोगी और सलाहकार के रूप में जाना जाता है. पुलिस के सामने अब यह भी खुलासा हो गया है कि दलजीत सिंह ही अमृतपाल और उसके पाकिस्तान के साथ संबंध की एक अहम कड़ी था. कलसी को कई सार्वजनिक प्रदर्शनों में खालिस्तान चरमपंथी के साथ देखा गया है.
पाकिस्तान से था संपर्क: हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा और खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पंजाब के अजनाला पुलिस चौकी में इसी साल जनवरी के महीने में जो तोड़फोड़ हुई थी, उस साजिश की पटकथा कलसी ने ही तैयार की थी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि तोड़फोड़ और हमले के दौरान कलसी पाकिस्तानी प्रतिष्ठान के साथ सक्रिय संपर्क में था. यह भी कहा जाता है कि वारिस द पंजाब के प्रमुख के रूप में अमृतपाल की ताजपोशी के पीछे भी कलसी का ही दिमाग था.
पुलिस को गहन जांच में अमृतपाल को लेकर कई अहम जानकारी मिली है. इसी कड़ी में यह सामने आया है कि अमृतपाल का पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) से भी लिंक था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस के पास अमृतपाल के प्रतिबंधित खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े होने का लिंक है. पंजाब पुलिस ने कहा है कि बब्बर खालसा के ज्यादातर सदस्य फिलहाल पाकिस्तान में शरण लिए हुए हैं, जहां वे आईएसआई के साथ मिलकर काम कर रहे हैं.
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असम के डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में बंद है कलसी: गौरतलब है कि कट्टरपंथी उपदेशक एवं खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए प्रयास जारी हैं. इधर, अमृतपाल का कथित सलाहकार और वित्त प्रदान करने वाले दलजीत सिंह कलसी और तीन अन्य को पंजाब से विशेष विमान के जरिये रविवार को असम ले जाया गया, जहां उन्हें डिब्रूगढ़ केंद्रीय कारागार में रखा गया है. पुलिस का दावा है कि अमृतपाल को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. लेकिन अभी तक अमृतपाल सिंह पुलिस की पकड़ से बाहर है.