Narendra Modi Pariksha Pe Charcha 2023: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज छात्रों के साथ परीक्षा पर चर्चा की. गौरतलब है कि आने वाले कुछ ही दिनों में कक्षा 10वीं और 12वीं के बोर्ड एग्जाम्स होने वाले हैं. इस दौरान बच्चों के मन में कई तरह के प्रश्न और दुविधाएं उठती है. इन्हीं प्रश्नों और दुविधाओं को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यह चर्चा की. परीक्षा पे चर्चा के दौरान उन्होंने देशभर के बच्चों के सवालों का जवाब दिया. बता दें इस प्रोग्राम का आयोजन ताल कटोरा इंडोर स्टेडियम ने किया गया. इस प्रोग्राम के दौरान नरेंद्र मोदी ने बच्चों के मन से डर और उनके तनाव को दूर करने की कोशिश की और इसके लिए उन्होंने कई तरह के टिप्स और ट्रिक्स भी शेयर किये. चलिए जानते हैं बच्चों द्वारा पूछे गए सवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब.
इस बार आयोजित किये जा रहे परीक्षा पे चर्चा इवेंट को तीन मुख्य भागों में बांटा गया है. इनमें छात्रों के लिए अलग, माता-पिता के लिए अलग और अध्यापकों के लिए अलग थीम निर्धारित किया गया है. इस प्रोग्राम को शिक्षा मंत्रालय, प्रधानमंत्री कार्यालय, ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे कई सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म्स पर प्रसारित किया जा रहा हैं.
इस प्रोग्राम के दौरान एक छात्र ने प्रधानमंत्री से पुछा की हार्ड वर्क या फिर स्मार्ट वर्क में क्या जरूरी है. इसके जवाब में प्रधानमंत्री ने बड़ा ही अच्छा जवाब दिया. जवाब देते हुए उन्होंने प्यासे कौए का उदहारण दिया. प्रधानमंत्री ने कहा अपने समस्या या प्रश्नों को ध्यान से समझें, फिर तय करें कि हार्ड वर्क करना है या स्मार्ट वर्क. स्मार्टली हार्ड वर्क करने की जरूरत है.
परीक्षा पे चर्चा के दौरान छात्रों ने प्रधानमंत्री मोदी से फोकस को लेकर कई तरह के सवाल पूछे, छात्रों ने बिना ध्यान भटकाएं कैसे अपने पढ़ाई पर फोकर रखें, सोशल मीडिया से दूर रहकर कैसे पढ़ाई करें और ऑनलाइन पढ़ाई के वक्त कई चीजें हमें डिस्ट्रैक करते हैं. जैसे कई सवाल किये. इन सवालों के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा- सबले पहले निर्णय करें आप स्मार्ट हैं या गैजेट्स स्मार्ट हैं. जब आप गैजेट को स्मार्ट मान लेते हैं आपकी गलती वहीं से शुरू हो जाती है. आपकी स्मार्टनेस जितना सही होगी आप गैजेट का इस्तेमाल कर सकते हैं. गैजेट आज के समय के लिए बहुत बड़ी समस्या बन गई है. आज के समय 6 घंटे लोग फोन का इस्तेमाल करतेहैं. गैजेट लोगों को गुलाम बना कर रखा है.
परीक्षा पे चर्चा के दौरान छात्र ने प्रधानमंत्री से सवाल पूछते हुए कहा कि- एक एवरेज छात्र कैसे अच्छे अंक ला सकता है.. इस सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि- आपके लिए आपकी क्षमता का पता होना बेहद जरूरी है. अभिभावक और शिक्षक बच्चों का सही मूल्यांकन करें. जब आप ये जान लेते हैं कि आपकी क्या क्षमता है तो आप उससे बेहतर करने का प्रयास करते हैं तभी आप भविष्य में कुछ बड़ा करते हैं. इस प्रेशर में न रहें कि आप एक्सट्रा ओडिनरी नहीं हैं. हर एक के पास इश्वर ने एक अद्भुत क्षमता प्रदान की है, जरूरत है तो सिर्फ उसे समझने की.
परीक्षा पे चर्चा में छात्रों ने प्रधानमंत्री से पूछा कि हम पढाई कहां से शुरू करें और इसके लिए हमें टाइम टेबल किस तरह से बनाना चाहिए. इस सवाल का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि- काम न करने से कंफ्यूजन होता है, थकान महसूस होता है कि काम कहां से और कैसे शुरू करें, एक बार जब काम शुरू करते हैं तो सबकुछ समझ में आने लगता है. स्टूडेंट्स सबसे कठीन विषयों को ज्यादा समय दें. फिर उसी तरह सभी विषयों को प्राथमिकता के साथ पढ़ाई करें. जोर जबरदस्ती के साथ पढ़ाई न करें. अपनी मां से टाइम टेबल का अनुभव लें. उन्हें हर काम के लिए समय का पता होता है. उनकी गतिविधियों का ऑबजर्ब करें.