Parliament Security Breach: संसद भवन की सुरक्षा में सेंध करने वाले चारों गिरफ्तार आरोपियों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गए. जहां सुनवाई के बाद कोर्ट ने उन्हें और 15 दिन की कस्टडी रिमांड दे दी है. इसी के साथ गिरफ्तार चार आरोपियों की पुलिस हिरासत पांच जनवरी तक बढ़ गई है. बता दें कि विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर ने शहर पुलिस की ओर से दाखिल एक अर्जी पर आरोपियों मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल धनराज शिंदे और नीलम देवी की हिरासत 15 दिन तक बढ़ा दी गई.
संसद पर 2001 में हुए आतंकवादी हमले की बरसी के दिन गत 13 दिसंबर को सुरक्षा में चूक की बड़ी घटना उस वक्त सामने आई थी जब लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से सागर शर्मा और मनोरंजन डी सदन के भीतर कूद गए थे और उन्होंने नारेबाजी करते हुए ‘केन’ के जरिये पीले रंग का धुआं फैला दिया था. घटना के तत्काल बाद दोनों को पकड़ लिया गया था. इस घटना के कुछ देर बाद ही पीले और लाल रंग का धुआं छोड़ने वाली ‘केन’ लेकर संसद भवन के बाहर प्रदर्शन करने वाले दो अन्य लोगों अमोल शिंदे और नीलम देवी को गिरफ्तार कर लिया गया था.
#WATCH | The accused of Parliament security breach being taken from Patiala House Court
— ANI (@ANI) December 21, 2023
Delhi's Patiala House court granted 15 days further custodial remand to the Special Cell of Delhi Police of the four accused. pic.twitter.com/BKWUfGf400
दिल्ली पुलिस ने संसद की सुरक्षा में चूक मामले में गिरफ्तार चारों आरोपियों को गुरुवार को अदालत के समक्ष पेश किया. आरोपियों की सात दिन की पुलिस हिरासत की अवधि आज समाप्त हो गई. आरोपी मनोरंजन डी, सागर शर्मा, अमोल धनराज शिंदे और नीलम देवी को विशेष न्यायाधीश हरदीप कौर के समक्ष पेश किया गया. संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया गया तथा उनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया.
Also Read: Parliament Security Breach : ललित झा के ठिकानों पर पहुंची दिल्ली पुलिस की टीमसरकार ने संसद भवन परिसर में सुरक्षा में हुई चूक की हालिया घटना के मद्देनजर इसकी ‘‘व्यापक’’ सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को सौंपने का फैसला किया है. सीआईएसएफ एक केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) है जो वर्तमान में परमाणु और एयरोस्पेस डोमेन (उड़ान उद्योग संबंधी) के अंतर्गत प्रतिष्ठानों, असैन्य हवाई अड्डों और दिल्ली मेट्रो के अलावा राष्ट्रीय राजधानी में कई केंद्रीय मंत्रालयों के भवनों की सुरक्षा करता है.
सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने बुधवार को संसद भवन परिसर के सर्वेक्षण का निर्देश दिया ताकि ‘व्यापक आधार पर सीआईएसएफ सुरक्षा और दमकल शाखा की नियमित तैनाती’’ की जा सके. केंद्र सरकार के मंत्रालयों की सुरक्षा करने वाली सीआईएसएफ की सरकारी भवन सुरक्षा (जीबीएस) इकाई के विशेषज्ञ और वर्तमान संसद सुरक्षा टीम के अधिकारियों के साथ सीआईएसएस के अग्निशमन और बचाव अधिकारी इस सप्ताह के अंत में सर्वेक्षण शुरू करेंगे.
Also Read: Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में चूक मामले पर क्या कहती है जनता? देखें वीडियोसूत्रों ने बताया कि नए और पुराने दोनों संसद परिसर और उनकी संबद्ध इमारतों को सीआईएसएफ के व्यापक सुरक्षा घेरे में लाया जाएगा, जिसमें संसद सुरक्षा सेवा (पीएसएस), दिल्ली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संसद ड्यूटी समूह (पीडीजी) के मौजूदा घटक भी मौजूद होंगे. सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में एक समिति संसद परिसर के समग्र सुरक्षा मुद्दों को देख रही है और वह सुधार के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय को सिफारिशें देगी.