लोकसभा की सुरक्षा में बुधवार को एकबार फिर सेंध लगी. संसद पर हुए आतंकी हमले की 22वीं बरसी पर इस हादसे में शहीद सुरक्षाकर्मियों को श्रद्धांजलि देने के बाद जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई, दो युवक दर्शक दीर्घा से सदन के अंदर कूद गये. किसी को कुछ समझ में आता, तब तक युवक एक टेबल से दूसरे टेबल पर कूदने लगे. सांसदों के बीच मची अफरातफरी के बीच युवकों ने जूते से स्मोक पाउडर स्प्रे कर दिया, जिससे सदन में पीला धुआं फैलने लगा. इस बीच कुछ सांसदों और संसद के अंदर उपस्थित मार्शलों ने युवकों को दबोच लिया और उसे सुरक्षाकर्मियों के हवाले कर दिया गया. जांच में पता चला कि एक का नाम सागर शर्मा और दूसरे का नाम मनोरंजन है और वे मैसूरु के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा की सिफारिश से आये थे. इनके दो अन्य सहयोगी भी संसद के बाहर हंगामा करते हुए पकड़े गये. इसमें हरियाणा के जिंद की रहने वाली नीलम और दूसरा महाराष्ट्र का रहने वाला अमोल शिंदे हैं.
जांच में यह भी बात सामने आयी है कि ये चारों सोशल मीडिया के सहारे एक दूसरे के संपर्क में रहे हैं. चारों को पुलिस संसद भवन थाने ले गयी है, जहां दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और आइबी की टीम उनसे पूछताछ कर रही है. आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच की जा रही है. जांच एजेंसी इस घटना के हर पहलू की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं इनके तार किसी प्रतिबंधित संगठन से तो नहीं है.
सोशल मीडिया से जुड़े थे आरोपी, गुरुग्राम में ठहरे, दो गुटों में आये संसद
संसद में एक बड़े सुरक्षा उल्लंघन की योजना बनाने और उसे अंजाम देने में छह लोग शामिल थे. ये दो अलग-अलग ग्रुप में आये थे. एक ग्रुप संसद के अंदर गया, जबकि दूसरा ग्रुप संसद भवन की इमारत के बाहर ही रुका रहा. संसद के अंदर सागर शर्मा है और मनोरंजन डी गये. नीलम कौर, अमोल शिंदे संसद परिसर के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. दोनों केन से धुआं छोड़ते हुए ‘तानाशाही नहीं चलेगी’ के नारे लगा रहे थे. पांचव व छठा आरोपी फरार है. पांचवां आरोपी गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया. उनके एक अन्य साथी ललित की तलाश की जा रही है. पुलिस ने बताया कि सभी आरोपी गुरुग्राम में विशाल शर्मा के यहां रुके थे. वह एक निर्यात कंपनी में चालक था, लेकिन बाद में ऑटोरिक्शा चलाने लगा था. पुलिस ने विशाल व उसकी पत्नी को भी हिरासत में लिया है और घटना में उसकी संभावित भूमिका की जांच की जा रही है.
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दिल्ली पुलिस की एंटी टेरर यूनिट ने तीन राज्यों में की छापेमारी
दिल्ली पुलिस की की एंटी टेरर यूनिट ने संसद में घुसे आरोपियों की जांच शुरू कर दी है. इस सेल की कई दर्जन टीमों ने बुधवार को दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कई जगहों पर छापेमारी की. दरअसल, संसद में हुई इस गंभीर घटना को जांच एजेंसियां राष्ट्र विरोधी हरकत के रूप में देख रही हैं. आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है. उनसे जुड़ी कड़ियां खोजी जा रही हैं. पूछताछ के दौरान आरोपियों ने किसी भी संगठन से संबंध होने से इंकार किया है. उनका दावा है कि उन्होंने खुद से प्रेरित होकर संसद में हंगामा किया है.