Parliament Security Breach: संसद की सुरक्षा में चूक मामले को लेकर दिल्ली पुलिस मास्टरमाइंड की तलाश लगातार कर रही थी जिसमें उसे गुरुवार को सफलता मिली. जो जानकारी सामने आई है उसके अनुसार, संसद सुरक्षा उल्लंघन साजिश मामले के मास्टरमाइंड ललित मोहन झा को दिल्ली पुलिस ने कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन के सामने कथित तौर पर आत्मसमर्पण करने के बाद गिरफ्तार कर लिया है. इस बीच सबके मन में सवाल आ रहा है कि आखिर घटना को अंजाम देने के बाद ललित झा कहां फरार हो गया था? इस संबंध में अंग्रेजी वेबसाइट indianexpress.com ने खबर प्रकाशित की है. खबर के अनुसार संसद सुरक्षा उल्लंघन के मामले में अपने चार सहयोगियों की गिरफ्तारी के बाद मास्टर माइंड ललित मोहन झा (32) ने पकड़े जाने से पहले गुरुवार सुबह कथित तौर पर मोबाइल फोन सहित सभी टेक्निकल एविडेंस को नष्ट कर दिया था. आपको बता दें कि बुधवार को, मामले के चार आरोपियों- मनोरंजन डी, सागर शर्मा, नीलम वर्मा और अमोल शिंदे ने संसद के अंदर और बाहर कलरफुल धुंआ छोड़ा. इसके बाद इन्हें घटनास्थल से पकड़ लिया गया जबकि मास्टर माइंड ललित झा भागने में सफल रहा.
ढाबे में रुका ललित झा
जो खबर प्रकाशित की गई है उसके अनुसार बुधवार की रात करीब 11 बजकर 30 मिनट पर कुचामन सिटी बस से पहुंचा. यहां उसने महेश से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि वह भी इस पूरी घटना का हिस्सा हो सकता था लेकिन उसकी मां ने उसे रोक लिया. महेश की मुलाकात ललित झा और अन्य सहयोगियों से सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर हुई थी. सूत्रों के हवाले से खबर प्रकाशित की गई है कि जांच से पता चला कि महेश, अपने चचेरे भाई कैलाश के साथ, ललित झा को लेकर एक ढाबे पर पहुंचा. यहां उसने मालिक से एक कमरे के लिए अनुरोध किया. ढाबा का जो मालिक है वह महेश को पहचानता था और उसने उन्हें एक कमरा दे दिया. गुरुवार सुबह ललित झा ने उनकी मदद से मोबाइल को नष्ट कर दिया. इसके बाद महेश और झा, कैलाश को यह कहकर चले गए कि वे संसद के सामने आत्मसमर्पण करने जा रहे हैं.
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पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी
खबरों की मानें तो पुलिस कैलाश के मोबाइल नंबर का पता लगाने में कामयाब रही. गुरुवार दोपहर को उसे हिरासत में लिया गया. उसने पुलिस को बताया कि ललित झा और महेश ट्रेन से जयपुर के लिए रवाना हुए थे और दिल्ली के लिए बस पकड़ने वाले थे. इसके बाद पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी. इस बीच संसद के पास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये. गुरुवार शाम, पुलिस को इस बात की भनक हुई कि दोनों धौला कुआं के पास हैं…इसके कुछ समय बाद, वे आत्मसमर्पण करने के लिए कर्तव्य पथ पुलिस स्टेशन पहुंचे. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि ललित झा और महेश को स्पेशल सेल की काउंटर-इंटेलिजेंस यूनिट को सौंप दिया गया, जो घटना की जांच कर रही है. पुलिस (आरोपियों को) शरण देने और सबूत नष्ट करने के आरोप में महेश और कैलाश पर मामला दर्ज करने की योजना बना रही है. इसके लिए कानूनी राय मांगी गई है.